कानपुर/ बीपी टीम : भूमिगत जल के स्तर में गिरावट होने के कारण “मेरा गांव मेरा पानी’ अभियान का शुभारंभ डीएम नेहा शर्मा एवं मुख्य विकास अधिकारी डॉ. महेंद्र कुमार ने सयुंक्त रूप से किया। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह से प्रारंभ होकर 15 जून 2022 तक चलाने के निर्देश दिए हैं। अभियान का उद्देश्य व्यक्तियों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करते हुए ग्रामीण क्षेत्र में जल संरक्षण की गतिविधियां मिशन मोड में प्रारंभ करना, भूगर्भ जल स्तर में सुधार लाना, वर्षा के जल को गांव में ही संचित करना आदि कार्यों को मुख्य रूप से लोगों तक पहुंचाते हुए उन्हें जागरूक करना है जिससे निरंतर गिर रहे जल स्तर को बढ़ाया जा सके।
जनपद कानपुर नगर में पेयजल के स्त्रोत लगातार कम होते जा रहे हैं जिसके कारण जनपद कानपुर नगर के विकास खंड कल्याणपुर एवं चौबेपुर डार्क जोन में आ गए हैं तथा विकास खंड सरसौल एवं घाटमपुर क्रिटिकल जोन में है लगातार अभियान चलाते हुए लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरूक करना है। इसके लिए “मेरा गांव मेरा पानी” अभियान के मुख्य घटक एवं समय सारणी सभी विभागों के अधिकारियों को दी गई है, जिसके क्रम में उनके द्वारा वृहद कार्य योजना बनाते हुए कार्य को संपादित किया जाएगा। जिसकी साप्ताहिक मॉनिटरिंग की जाएगी। इस कार्य मे लापरवाही करने वाले अधिकारी/ कर्मचारियों के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।
लगातार गिर रहे भूगर्भ जल स्तर में सुधार लाने के लिए केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा जल संरक्षण हेतु विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। जिसके क्रम में “मेरा गांव मेरा पानी” अभियान अप्रैल 2022 के प्रथम सप्ताह से प्रारंभ होकर 15 जून 2022 तक चलेगा ।
-इस अभियान के तहत तालाबों का जीर्णोद्धार (न्यूनतम 500 नए तालाब 1 हेक्टेयर से नीचे)
-सभी ग्राम पंचायतों में सोकपिट का निर्माण (प्रति ग्राम पंचायत न्यूनतम 10 किया जाना)
-रूफटाप रेनवाटर हार्वेस्टिंग -समस्त ग्राम पंचायत सचिवालय 2-समस्त सामुदायिक शौचाल3- समस्त विकासखंड मुख्यालय भवन में
-नाला निर्माण /तालाबों का जीर्णोद्धार (286 ऐसे तालाब जो 01 हेक्टेयर से अधिक है)
-खेत तालाब निर्माण
नहरों, नदी, रजबाहो व बम्बो की खुदाई
चिन्हित स्थानों पर वृक्षारोपण कार्य किया जायेगा ।
उपरोक्त के अतिरिक्त ग्राम पंचायतों में यथावश्यकतानुसार हैंडपंपों की मरम्मत एवं रिबोर का कार ग्राम पंचायतों द्वारा किया जाएगा।
उक्त कार्य के लिए मनरेगा/ ग्राम विकास विभाग, पंचायती राज, लघु सिंचाई विभाग ,कृषि विभाग एवं वन विभाग द्वारा विस्तृत रूप से कार्य योजना बनाते हुए कार्यो को संपादित कराएंगे।
समस्त विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि उनको आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष अतिथि सत्कार अनिवार्य रूप से मिशन मोड में सुनिश्चित करना है।
कार्य की प्रगति की समीक्षा प्रत्येक सप्ताह की जाएगी तथा समीक्षा के दौरान खराब प्रगति व लापरवाही बरतने वाले अधिकारी/ कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाही अमल में लायी जायेगी।
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