कानपुर, बीपी डेस्क। अनवरगंज-मंधना रेलवे स्टेशन के बीच एलिवेटेड रेलवे ट्रैक बनने पर कल्याणपुर स्टेशन का अस्तित्व खत्म किया जा सकता है। क्योंकि रावतपुर स्टेशन का यात्री लोड अधिक होने से स्टेशन को एक पूर्ण स्टेशन होना चाहिए, जबकि कल्याणपुर का स्टेशन रोड साइड है। रेलवे सहित विभिन्न विभागों की संयुक्त सर्वे टीम ने इनमें से किसी एक स्टेशन को खत्म करने का सुझाव देते हुए इन दोनों स्टेशनों का बहुत करीब होना उचित नहीं माना था।
इस लिहाज से भी कल्याणपुर स्टेशन के खत्म होने का संभावना ज्यादा है, क्योंकि मंधना स्टेशन से उसकी दूरी लगभग कम है। रावतपुर रेलवे स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे का ऐसा पहला स्टेशन है, जो उत्तर मध्य रेलवे के अनवरगंज स्टेशन से जुड़ता है। इसे इंटरचेंज स्टेशन कहते हैं यानी यहां रेलवे के जोन और मंडल दोनों बदल जाते हैं।
वैसे कल्याणपुर रेलवे स्टेशन भी पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल में आता है, लेकिन यह रोड साइड स्टेशन है। रावतपुर से सिटी ट्रांसपोर्ट के ज्यादा साधन की उपलब्धता और फर्रुखाबाद रूट की ज्यादातर ट्रेनों का स्टॉपेज होना भी रावतपुर स्टेशन के पक्ष में जाता है। जबकि, कल्याणपुर स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनें नहीं रुकती हैं। रावतपुर स्टेशन क्षेत्रफल में भी बड़ा है। यहां लूप लाइन भी है, जिससे कोई ट्रेन यहां खड़ी रह सकती है। तकनीक के लिहाज से भी रावतपुर स्टेशन बेहतर है।
जानिए क्यों है रावतपुर स्टेशन इतना महत्वपूर्ण
-एनईआर का शहर में मुख्य स्टेशन, क्षेत्रफल ज्यादा, विस्तार संभव
-यहां तीन रेलवे लाइन जबकि कल्याणपुर में लूप लाइन नहीं
-यहां 12 से 15 हजार यात्री लोड, कल्याणपुर में एक चौथाई
-रावतपुर पूर्ण रेलवे स्टेशन जबकि कल्याणपुर रोड साइड स्टेशन