Kanpur, Adarsh : नर्सिंग होम चलाने वालों पर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। अस्पतालों के रजिस्टर चेक किए जा रहे हैं। डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के आने जाने का समय भी चेक किया जा रहा है। अब उन अस्पतालों पर भी कार्रवाई की जाएगी, जिसके मरीजों को इलाज करने वाले डॉक्टर की जानकारी नहीं होगी।
जांच के दौरान यह कमी सामने आती है, तो इसका खामियाजा अस्पताल को भुगतना पड़ सकता है। लापरवाही पर अस्पताल का लाइसेंस भी निलंबित किया जा सकता है। फायर सिक्योरिटी के नियमों की जांच की।
अस्पतालों में मरीजों की देखभाल, भर्ती करने की व्यवस्था को परखा जा रहा है। डॉक्टर की भूमिका को लेकर भी पूरी तरह से जांच की जा रही है। अस्पतालों में रखे रजिस्टर चेक किए जा रहे हैं। डॉक्टर ने जिस मरीज का इलाज किया है, उसे इसकी जानकारी है या नहीं, इसे भी प्रमुखता दी जा रही है।
नोडल अधिकारी डॉ. सुबोध प्रकाश ने बताया, “चिकित्सक के अस्पताल में आने का समय, उसकी उपस्थिति और मरीज से चिकित्सा संबंधित सुविधाओं को भी जाना जा रहा है। अस्पताल में इन बिंदुओं में भी कमी पाई जाती है, तो कार्रवाई हाेगी।
दो अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के चलते मिले, जबकि 2 में फायर सिस्टम नहीं मिला। सभी को नोटिस जारी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की यह कार्रवाई कल्याणपुर क्षेत्र में कई गई।
एसीएमओ डॉ. सुबोध प्रकाश ने बताया, “मोहित अस्पताल रजिस्टर्ड नहीं था। इस अस्पताल में एक मरीज भर्ती मिला। अस्पताल का बोर्ड हटवा दिया गया है। भर्ती मरीज को गुरुवार तक काउंसिलिंग कर डिस्चार्ज करने को कहा है। लाइफ हॉस्पिटल भी बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था। यहां कोई मरीज नहीं मिला, इन्हें बोर्ड उतरवाने और अस्पताल बंद करने को कहा गया है। कल्याणपुर के नीलम सरोज और बर्रा के दिव्य नर्सिंग होम में फायर सिस्टम नहीं मिला। इन दोनों को नोटिस जारी करते हुए दमकल विभाग से एनओसी लेने के निर्देश दिए हैं।”