Beforeprint : कानपुर में जगन्नाथ यात्रा के आयोजकों पर शनिवार को धोखाधड़ी का केस दर्ज हो गया। मंदिर की रंगाई-पुताई, बैंड-बाजा और हलवाई समेत छह लोगों का 77 हजार से अधिक रुपये बकाया है। यात्रा के करीब 2 महीने बाद भी रुपये नहीं दिए। जगन्नाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन लाल गुप्ता और महामंत्री ज्ञान प्रकाश गुप्ता पर बादशाहीना थाने में मुकदमा हुआ।
बता दें कि कानपुर में 1 जुलाई को 6 रथों में झांकियों के साथ भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकाली गई थी। इसमें बैंड-बाजा सहित तमाम इंतजाम किए गए थे।अभी तक उनका बकाया है। इसको लेकर ACP कलक्टरगंज शिखर ने बताया, “जांच में मिला कि शोभायात्रा का इंतजाम करने वाले 6 लोगों का भुगतान नहीं किया गया है। उनकी तहरीर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष और महामंत्री के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
इन लोगों ने दर्ज कराई FIR
-पटकापुर निवासी बेचेलाल ने बताया कि उसने जगन्नाथ स्वामी मंदिर में रंगाई पुताई का काम किया था। इनका 14 हजार 4 सौ रुपये मजदूरी बकाया है। जब उन्होंने संयोजक ज्ञानप्रकाश गुप्ता और मोहनलाल गुप्ता से पैसा मांगा, तो उन्होंने देने से मना कर दिया।
शतरंजी मोहाल के स्वदेशी बैंड संचालक ने बैंड का भुगतान नहीं करने का आरोप लगाया। उसने कहा कि शोभा यात्रा में उनका बैंड बुक था, लेकिन भुगतान नहीं किया जा रहा है।
शुक्लागंज निवासी हलवाई अवध कुमार का कहना है कि उसने कारीगरों के साथ मिलकर भंडारे का प्रसाद बनाया था। जिसका 9 हजार 7 सौ रुपये बकाया है, जो अब तक नहीं मिला।
लाठीमोहाल के रिंकू निगम का कहना है कि उसने जनरेटर, डेकोरेशन का काम किया था जिसका 25 हजार रुपये बकाया है जो अब तक नहीं मिला।
-पटकापुर के पेटिंग कारीगर लाला ने मंदिर में रंगाई पुताई का 9 हजार 5 सौ रुपए की मजदूरी बकाया होने का आरोप लगाया है।
-बादशाहीनाका के पेंट दुकानदार अंशू का कहना है कि उसके यहां से 18 हजार 4 सौ 50 रुपये का पेंट गया था। जिसका अब तक भुगतान नहीं मिला।