Kanpur, Desk : जमीयत उलेमा शहर में एशिया का सबसे बड़ा जुलूस निकालना चाहती है। इसकी तैयारियों को लेकर 25 सितंबर को जमीयत उलेमा जुलूस में शामिल होने वाली अंजुमनों की बैठक बुलाएगी। बता दें कि यह जुलूस 8 या 9 अक्टूबर को पूरी शान और शौकत के साथ निकाला जाएगा।
जुलूस की तैयारियों का जायजा लेने के लिए जमीयत के प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना अमीनुल हक अब्दुल्लाह कासमी और नगर अध्यक्ष डॉ. हलीमुल्लाह खां के साथ बैठक बुलाई। जमीयत उलेमा के पदाधिकारियों की यह बैठक आज रिजबी रोड स्थित कार्यालय में हुई। इसमें जुलूस को ऐतिहासिक बनाने के लिए विचार-विमर्श कर रणनीति बनाई गई।
वहीं प्रदेश उपाध्यक्ष ने बताया कि जुलूस के रास्तों का पहला सर्वे पूरा हो चुका है। सभी विभागों से पत्राचार किया जा रहा है। जुलूस के मार्गां की सफाई, बिजली-पानी के साथ-साथ जहां रास्ते खराब हैं। उन्हें दुरुस्त कराने, परेड ग्राउंड जहां से जुलूस उठेगा। फूलबाग जहां जुलूस मुकम्मल होगा, उसकी सफाई तथा नमाज की व्यवस्था की जा रही है।
मौलाना ने बताया इसे एशिया का सबसे बड़ा जुलूस होने का गौरव प्राप्त है। पिछले 109 वर्षां से यह जुलूस निकला जा रहा है। स्वतंत्रता के बाद से नगर जमीयत उलेमा इसका नेतृत्व करती चली आ रही है। इतने बड़े जुलूस का इंतजाम जमीयत उलेमा के तहत पूरा किया जाता है। इसमें सभी धर्मां के लोग बिना भेदभाव के भाग लेते हैं।
सचिव जुबैर अहमद फारुकी ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व जब अंग्रजों ने इस जुलूस पर पाबंदी लगा दी थी। जमीयत उलेमा के लोगों ने अपनी जान पर खेलकर इसे निकाला था। आज भी जमीयत उलेमा उसी जज्बे के साथ जुलूस की तैयारियां कर रही हैं।