–क्रिकेट के इतिहास में बडी गलती पर मचा हल्ला तो केसीए ने सुधारी गलती…
कानपुर/ भूपेंद्र सिंह ! प्रदेश में सबसे बड़ी लीग कराने का दावा करने वाली कानपुर क्रिकेट एसोसिएशन (केसीए) की आधिकारिक लीग में टीमों को खेलने के लिए पूरे 11 खिलाड़ी तक नहीं मिल रहे हैं। बीते बुधवार को केडीएमए लीग में कानपुर साउथ मैदान में सीनियर डिवीजन में इग्लेट क्लब और केडीएमए का मुकाबला खेला गया।
इस मुकाबले में इग्लेट से केवल पांच खिलाडियों ने ही मैच खेलना शुरु कर दिया। मैच आब्जर्वर अजय यादव ने भी मैच से पूर्व खिलाडियों की बिना गिनती किए ही टॉस करवा दिया। इसके बावजूद दूसरी टीम को वॉकओवर देने के बजाये मौजूद अंपायर व अधिकारियों ने मैच शुरु करवा दिया जिसमें इग्लेट को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा।
गौरतलब है कि यह मैदान केसीए के अध्यक्ष एसएन सिंह का है उन्होंने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। वहीं इस मामले में जब केसीए के जनरल मैनेजर दिनेश कटियार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि टॉस के वक्त इग्लेट टीम ने पूरे खिलाडिय़ों की सूची दी थी। बल्लेबाजी आने के बाद इग्लेट खेलने उतरी और उसके मौजूदा खिलाड़ी आउट हो गये लेकिन शेष आ नहीं पाए। वहीं उन्होंने बताया कि लीग मैचों में इस बार नियम बदले गये हैं !
जिसके तहत अब मिनिमम 9 खिलाडिय़ों की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया है। हालांकि वह यह नहीं बता पाये कि अब कम से कम कितने खिलाड़ी मैच खेल सकते है। पांच खिलाडिय़ों का होना जरूरी कहा क्योंकि गेंदबाजी के लिये इतने जरूरी है। उन्होंने दलील दी कि सीजन में पहली बार ऐसा वाक्या हुआ है। एक-दो दिन में इग्लेट क्लब से जवाब तलब किया जायेगा।
इस वाक्ये के बाद क्रिकेट जगत में उठ खडे हुए हो हल्ला के चलते क्रिकेट एसोसिएशन ने आखिरकार अपनी गलती मानते हुए ईग्लेट क्लब के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी कर ली है। दरअसल बीते बुधवार को केडीएमए लीग में कानपुर साउथ मैदान में सीनियर डिवीजन में ईग्लेट क्लब और केडीएमए के बीच मुकाबले में ईग्लेट से केवल पांच खिलाड़ी ही मैदान में उतरे थे।
बावजूद दूसरी टीम को वॉकओवर देने के अंपायर व अधिकारियों ने मैच खिला दिया जिसमें इग्लेट को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इस वाकये की गंभीरता को समझते हुए केसीए ने अब कार्रवाई का मन बनाया है। केसीए अध्यक्ष एस एन सिंह ने कहा कि कार्रवाई का प्रारूप तैयार है। चैयरमैन डॉ. संजय कपूर के वापस लौटने का इंतजार है। उनके आने के बाद उनसे बातचीत और सलाह मशविरा करके सजा का ऐलान किया जाएगा।
केसीए अध्यक्ष एसएन सिंह ने माना कि अंपायर से भी गलती हुई। उन्हें आई कार्ड के साथ ग्राउंड पर मौजूद खिलाड़ियों को भी चेक करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अक्सर ऐसा होता है कि एक टीम के खिलाड़ी कम होते हैं। ऐसे में हम मैच शुरू कर देते हैं, ताकि खिलाड़ियों के आने के बाद टीम पूरी हो जाएगी, तब तक खिलाड़ियों के नहीं आने का खामियाजा उसे ही भुगतना पड़ेगा। ऐसी स्थिति के चलते ही यह घटना घट गई। उन्होंने कहा कि टॉस होने के बाद मैच करवाना मजबूरी हो गया था लेकिन घटना से केसीए की छवि की बदनामी हुई। इस तरह की घटना दोबारा न हो इसलिए इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।