Bhupendra Singh : कानपुर में सपा विधायक इरफान सोलंकी व उनका भाई रिजवान आजतक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। पुलिस की कार्रवाई सिर्फ दबिश तक ही सीमित है। सात नवंबर की रात आठ बजे एफआईआर दर्ज हुई थी। रात तीन बजे पुलिस ने इरफान के घर दबिश दी थी। न इरफान पकड़ में आए थे और न ही रिजवान। तब से पुलिस दावा कर रही है कि दबिश जारी है।
पुलिस के मुताबिक शनिवार को भी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए शहर के अलावा लखनऊ, इटावा में भी दबिश दी गई। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक जब तक मामले की जांच नहीं हो जाती तब तक गिरफ्तारी नहीं की जाएगी। पुलिस पहले घटना से संबंधित साक्ष्य जुटाएगी। उसके बाद ही कोई कार्रवाई करेगी।
बतातें चलें कि शनिवार को जब सपा विधायकों का प्रतिनिधिमंडल पुलिस कमिश्नर से पुलिस दफ्तर में मुलाकात कर रहा था तो पूरे मामले का लाइव प्रसारण इरफान सोलंकी के फेसबुक पेज पर चल रहा था। विधायक के परिजन या विधायक का मीडिया सेल देखने वाले ने उसे पेज से फेसबुक लाइव किया।
पुलिस के मुताबिक मोबाइल सर्विलांस के आधार पर पता चला कि विधायक उन्नाव में हैं। यहां के आस-पास के उनके जानकारों और रिश्तेदारों से पूछताछ की गई। सूत्रों के मुताबिक विधायक दूसरे नंबरों से लगातार अपने सहयोगियों के संपर्क में हैं।
इस आधार पर पुलिस ने दो दर्जन संदिग्ध मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लगाया है। सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तारी से बचने के लिए विधायक गैर भाजपा शासित प्रदेश में शरण लिए हुए हैं। उनके राजस्थान में होने की आशंका है। वहीं, पुलिस उनके पुराने मामलों की फाइलें भी खोलने की तैयारी कर रही है।