Kanpur : मां बेटी की आग की चपेट में झुलसकर मौत, ग्रामीणों ने किया पुलिस प्रशासन पर हमला, पीड़ित लगा रहें न्याय की गुहार

कानपुर

Adarsh : कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र में अवैध कब्जे को ध्वस्त करने के लिए प्रशासनिक और पुलिस की टीम पहुंची थी जहां पर कब्जेधारक और प्रशासन पुलिस के साथ झड़प हो गई थी. जिसके चलते कब्जे की जमीन पर बनी झोपड़ी में रह रहे कृष्ण गोपाल दीक्षित की पत्नी और बेटी की झोपड़ी में आग लगने के चलते जलकर मौत हो गई. आरोप है कि कब्जे को ध्वस्त करने के चलते प्रशासनिक अधिकारियों ने परिवार को झोपड़ी में जबरन कैद कर आग लगा दी जिसकी वजह से झोपड़ी में फंसी मां बेटी की आग की चपेट में झुलसकर मौत हो गई.

कानपुर देहात में मां-बेटी की जलकर मौत मामले में 11 नामजद और करीब 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इनमें एसडीएम मैंथा, थाना प्रभारी रूरा, लेखपाल, कानूनगो, 3 अन्य लेखपाल, अशोक दीक्षित, अनिल दीक्षित, निर्मल दिक्षित, विशाल और जीसीबी ड्राइवर पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में एसडीएम मैंथा ज्ञानेश्वर प्रसाद, प्रभारी रूरा थाना दिनेश कुमार गौतम, लेखपाल अशोक सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया है.

इस घटना के बाद मंडोली गांव में ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन पर हमला कर दिया था. घटना की जानकारी मिलते ही कानपुर रेंज के आईजी और एडीजी जोन समेत मंडलायुक्त राजशेखर भी मौके पर पहुंच गए. वहीं कुछ ही देर में कानपुर देहात से लेकर कानपुर नगर तक के अधिकारियों का अमला इस गांव में पहुंच गया जिसके बाद गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया.

पीड़ित कृष्ण कुमार दीक्षित का कहना है कि उनका परिवार काफी लंबे समय से इस जमीन पर रह रहा है. उनके परिवार के ही रिश्तेदार उनका विरोध करते चले आ रहे हैं, जिसके बाद उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से मिलीभगत कर उनकी झोपड़ी में आग लगवा दी, जिसकी वजह से उनकी बेटी और पत्नी की जलकर मौत हो गई. वहीं देर रात तक पुलिस का अमला गांव में मौजूद रहा. आईजी, एडीजी, पुलिस कप्तान समेत पीएसी की एक बटालियन भी इस गांव में तैनात कर दी गई. रात एक बजे तक प्रशासन परिजनों को समझाने की कोशिश करता रहा लेकिन परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है.

पीड़ित परिवार ने कमिश्नर के सामने 5 सूत्री मांग पत्र रखा है, जिसमें परिवार ने 5 करोड़ मुआवजा और घर के दो बेटों के लिए सरकारी नौकरी की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से तत्काल प्रभाव से मुलाकात की भी मांग की है ताकि वो न्याय की गुहार लगा सके. परिवार ने अपने लिए आजीवन पेंशन की मांग रखी है.

इस मामले में अब कानपुर देहात पुलिस ने 11 नामजद लोगों के साथ-साथ एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है. इस मुकदमे में कानपुर देहात के मैथा तहसील के एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद, थाना प्रभारी दिनेश गौतम और लेखपाल अशोक सिंह को मुख्य आरोपी बनाकर 307 302 जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया है. एसडीएम मैंथा को तत्काल हटाकर मुख्यालय संबंध कर दिया गया है.