कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने थाना हरबंश मोहाल क्षेत्र के सुपारी कारोबारी पारस गुप्ता की गुमशुदगी और ट्रेन से कटकर मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। देर रस्ट उन्होंने थाना प्रभारी ओर चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया। पूरे घटनाक्रम की जांच एसीपी स्वरूप नगर को सौंपी गई है जो कि 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट देंगे।
25 मई को सुपारी कारोबारी पारस गुप्ता लापता हो गए थे, जिसकी गुमशुदगी परिजनों ने 26 मई को थाना हरबंश मोहाल पर लिखाई थी। जब 26 तारीख को गुमशुदगी लिखी जा रही थी तभी 25-26 मई की रात को मरे कम्पनी पुल के नीचे ट्रेन से कटे एक व्यक्ति के शव का जीआरपी थाने पर पंचनामा भरा जा रहा था। थाना
हरबंश मोहाल में गुमशुदगी लिखी होने के बाद भी थाना पुलिस द्वारा खोजने में गम्भीरता नहीं दिखाई गई। थाने से महज 500 मीटर दूर स्थित जीआरपी थाने तक किसी ने जहमत नहीं उठाई। दो माह बाद परिजन जब फोरेंसिक ऑफिस पहुंचे, तो पारस की मौत का पता चला था।
इस लापरवाही पर पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने थाना प्रभारी हरबंश मोहाल सूर्यबली पांडेय और चौकी इंचार्ज हरबंशमोहाल दिनेश कुमार बालयान को निलंबित कर दिया गया है। मामले की निष्पक्ष जांच एसीपी स्वरूप नगर को सौंपी गई है जो कि 15 कार्य दिवसों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगे।
उधारी न चुका पाने पर की थी मारपीट
मनीषा के अनुसार पति पारस को कारोबार में काफी नुकसान हुआ था। वह एंजल इंटरप्राइजेज के नाम से फर्म चलाते थे। उन्होंने मसाला कारोबारी अमित गुप्ता से 20 हजार रुपये उधार लिए थे। 23 मई को अमित गुप्ता ने पारस को बुलाया और रुपये न देने पर मारापीटा था। सीएम पोर्टल पर भी शिकायत की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। पत्नी का आरोप है कि अमित ने साथियों संग मिलकर उसकी हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया।