स्टेट डेस्क/बीपी टीम : मंधना-अनवरगंज रेलवे लाइन हटाने को लेकर लंबे अर्से से कवायद चल रही है। वहीं रेलवे ने इस रूट पर एलिवेटेड का विकल्प तलाशने के लिए 42.50 लाख रुपये जारी कर सर्वे को मंजूरी दिया है। जल्द ही रेलवे की टीम सर्वे शुरू करेगी। दूसरी ओर, रेलवे बोर्ड ने मंधना से बिठूर होते हुए सफीपुर को रेल लाइन से जोडऩे के विकल्प की रिपोर्ट मांगी है। माना जाता है कि इस पर काम शुरू हुआ तो नया रूट मिलेगा। जिससे की मंधना अनवरगंज के बीच 18 क्रासिंग के चलते लगने वाले जाम का संकट भी दूर हो जाएगी।
मंधना से अनवरगंज को लेकर कई सर्वे हुए। सबसे पहले सर्वे में तीन बिंदु दिए गए थे। पहले अनवरगंज मंधना लाइन को मंधना से पनकी की ओर मोडऩे का प्रस्ताव रखा गया था। वहीं दूसरा विकल्प मंधना बिठूर से सफीपुर तक लाइन ले जाने पर तीसरा विकल्प सभी 18 क्रासिंग पर रेलवे ओवरब्रिज बनाने का दिया गया था। दो वर्ष पूर्व हुए सर्वे में टीम ने रेलवे ओवरब्रिज की संभावनाओं से इंकार कर दिया गया था।
गौरतलब है कि इस मुद्दे पर सांसद सत्यदेव पचौरी ने रेल मंत्री से मुलाकात की थी। जिसके बाद एक बार फिर सर्वे के लिए पैसा जारी किया गया है। इस बार सर्वे मंधना से अनवरगंज के बीच एलिवेटेड ट्रैक को लेकर होना है।
बता दें कि पूर्व में हुए सर्वे के दौरान अधिकारियों ने इस विकल्प पर मंथन किया था लेकिन इसकी संभावनाएं नहीं बनीं है। अधिकारियों का तर्क था कि जेके मंदिर से होकर मेडिकल कालेज तक जाने वाले पुल की वजह से एलिवेटेड ट्रैक संभव नहीं है। रेलवे अधिकारी भी इस बात को जानते हैं लिहाजा अब रेलवे बोर्ड ने मंधना बिठूर से सफीपुर के लिए दिए गए पूर्व विकल्प की रिपोर्ट मांगी है।