Adarsh : शुक्लागंज के बालू घाट पर आयोजित रिवर रैंचिंग कार्यक्रम में मत्स्य कैबिनट मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद पहुंचे। यहां उन्होंने गंगा आरती करने के बाद नदी में कई प्रजातियों की मछलियों को छोड़ा। शनिवार को शुक्लागंज के बालूघाट पहुंचे मत्स्य मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद ने बताया कि मछुआरों के उत्थान के साथ ही उनकी आजीविका के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। कुछ और योजनाएं जल्द लागू होने वाली हैं। इस दौरान उन्होंने गंगा में कई प्रजाति की मछलियों को भी छोड़ा।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में अनुदान दिया जा रहा है। साथ ही मछुआरों को मछली पालन के लिए, इसका उद्योग आगे बढ़ाने के लिए, उत्पादन, दाना के साथ ही इसके बाजार में बिक्री को लेकर सरकार मछुआरों की मदद कर रही है।
उन्होंने कहा कि पहले जहां पांच हजार आवेदन आते थे, वहीं इस बार इसकी संख्या बढ़कर 85 हजार हो गई है। इससे सिद्ध होता है कि मछुआरा समाज जागरूक हुआ है। उन्होंने कहा कि मछुआरों की स्थिति को सुधारने के लिए निषादराज बोर्ड योजना, मत्स्य संप्रदाय योजना, मुछआरा कल्याण कोष का भी गठन किया गया है, जिससे मछुआरा समाज का उत्थान हो सके।
इस दौरान गंगा में रोहू, कतली व नैन की एक लाख मछलियों को डाला गया। स्वयं मंत्री ने भी कई मछलियां नदी में छोड़ी। इस दौरान उपनिदेशक मत्स्य मंडल लखनऊ अंजना वर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी बाल किशोर दुबे, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी नरेंद्र मोहन मिश्र व स्वच्छ भारत मिशन प्रभारी अनूप शुक्ला आदि मौजूद रहे।