Adarsh : कानपुर के चर्चित रोनिल मर्डर केस का 36 दिन बाद पुलिस ने खुलासा किया। पुलिस के मुताबिक, रोनिल के साथ पढ़ने वाली लड़की के प्रेमी को शक था कि रोनिल और उस लड़की का अफेयर चल रहा है। रोनिल की उस लड़की से अच्छी दोस्ती थी। ऐसे में प्रेमी को लगने लगा कि प्रेमिका उसके करीब जा रही है। वही प्रेमिका ने कहा, मैं उसको भाई मानती हूं…लेकिन इसके बाद प्रेमी ने जंगल में बुलाकर रोनिल की हत्या कर दी।
फिलहाल, पुलिस आरोपी छात्रा और उसके प्रेमी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। आरोपी छात्र का नाम विकास यादव है। वह भगवंत टटिया इलाके का रहने वाला है। पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने बताया कि बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हत्याकांड का खुलासा करेंगे। इसके बाद आरोपी को जेल भेजा जाएगा।
मामला चकेरी थाना क्षेत्र के श्याम नगर के डी-ब्लॉक का है। यहां पर रोनिल सरकार रहता था। उसके पिता का नाम संजय सरकार है। वो व्यापारी हैं। रोनिल वीरेंद्र स्वरूप श्याम नगर में इंटर में पढ़ता था। 30 अक्टूबर को वह स्कूल गया था, लेकिन घर नहीं लौटा। परिजनों ने तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। इसके बाद परिजनों ने स्कूल में संपर्क किया। वहां उन्हें पता चला कि बेटा स्कूल से छुट्टी के बाद जा चुका है।
इसके बाद रोनिल की तलाश परिजन रेलवे स्टेशन, बस स्टाप के अलावा अन्य स्थानों पर करते रहे। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। शाम करीब 6 बजे परिजन दोबारा स्कूल पहुंचे। परिजनों ने स्कूल के CCTV फुटेज भी देखा, जिसमें बेटा स्कूल में नजर आ आया था। अगले दिन सुबह उसका शव भगवंत टटिया के आगे रेलवे लाइन किनारे झाड़ियों में पड़ा मिला था।
बता दें कि रोनिल मर्डर केस में बेंगलुरु से आई साइबर एक्टसपर्ट की टीम ने अहम भूमिका निभाई है। रोनिल, हत्या में गिरफ्तार विकास यादव और साथी छात्रा के टेक्स्ट मैसेज से लेकर वॉट्सऐप चैट रिकवर करने में सफलता मिली। इसके बाद हत्याकांड की परत दर परत कड़ी खुलती चली गई। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो विकास ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
वहीं ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया संदेह के आधार पर साथी छात्रा और हत्यारोपी विकास को उठाकर पूछताछ की गई थी। लेकिन साक्ष्य के आभाव में दोनों को छोड़ दिया गया था। लेकिन, पुलिस लगातार दोनों की भूमिका की जांच कर रही थी। हत्याकांड के बाद से हत्यारोपी विकास का व्यवहार बिल्कुल बदल गया था। पुलिस को संदेह था, लेकिन साक्ष्य मिलते ही पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया।