Adarsh : कानपुर में BSSD कॉलेज की स्थापना के100 साल पूरे होने पर रविवार को एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि RSS प्रमुख मोहन भागवत पहुंचे। RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि बैरिस्टर नरेंद्र जीत सिंह साहब को मैं नागपुर में संघ के कार्यक्रमों में देखता था। बैरिस्टर साहब और उनके साथियों को देखकर संघ के मकसद को हम पूर्ण होता देखते थे। संघ को संकटों से निकालने वाले ये लोग रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति की पहले चर्चा होती थी कि रोज़गार नहीं मिलता अब इसको बदलकर सही शिक्षा नीति को सिखाना होगा। किसी स्कूल कॉलेज में धोती पहनने का चलन नहीं था, लेकिन पर्व में भी धोती न पहन पाऊं यह बात ठीक नहीं था। संघ से प्रेरित विद्यालयों ने संस्कृति और संस्कार आज तक जिंदा रखा है।
उधर, कॉलेज की प्रबंध समिति की ओर से बैरिस्टर नरेंद्र सिंह के जीवन पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन संघ प्रमुख ने किया। कार्यक्रम में 74 पूर्व शिक्षकों और 73 पूर्व छात्रों को सम्मानित भी किया गया। BSSD कॉलेज प्रबंध समिति के वीरेंद्र जीत सिंह ने संघ प्रमुख को शाल ओढ़ा कर अखंड भारत की तस्वीर भेंट की।
100वीं वर्षगांठ मना रहे कॉलेज के प्रबंधन समिति ने कॉलेज के पूर्व 74 अध्यापकों का सम्मान किया। समाज की अपने-अपने क्षेत्रों में सेवा करने वाले 73 पूर्व छात्रों का भी सम्मान किया गया। इन छात्रों में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस, वैज्ञानिक, डॉक्टर, वकील, समाजसेवी, सांसद और विधायक हैं। जिनमें मुख्य तौर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय कटियार, सांसद सत्यदेव पचौरी, विधायक अमिजीत सिंह सांगा, एमएलसी अरुण पाठक, विधायक नीलिमा कटियार, फर्रुखाबाद के विधायक सुनील दत्त द्विवेदी आदि भी सम्मानित किए गए।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विपिन चंद्र कौशिक ने बताया कि 1921 में सनातन धर्म कॉलेज ऑफ कॉमर्स के रूप में विद्यालय की स्थापना की गई थी। शुरुआत में तीन टीचर्स और 13 स्टूडेंट्स के साथ िसर्फ कामर्स विषय पढ़ाया जाता था। वर्तमान में 150 प्रोफेसर और करीब 6 हजार छात्र-छात्राएं है। कॉलेज में 6 संकायों में 16 विषयों का अध्यापन कराया जाता है। कॉलेज को वर्ष 2009 और 16 में NAAC की ओर से एक रेट दिया जा चुका है।