कानपुर : बाबा बिरयानी हाउस के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सैय्यद अदीबुल कदर को मिल रही है जान से मारने की धमकियां

कानपुर

कानपुर/ बीपी प्रतिनिधि। कानपुर में रामजानकी मंदिर को तोड़कर बनाए गए बाबा बिरयानी हाउस के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सैय्यद अदीबुल कदर को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने मुख्तार बाबा के गुर्गों पर धमकियां देने का आरोप लगाकर शनिवार को प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।

बता दे बजरिया में रहने वाले सैय्यद अदीबुल कदर जूनियर हाई स्कूल में प्रधानाचार्य हैं। इसके साथ ही शत्रु संपत्ति संरक्षण संघर्ष समिति के सेक्रेटरी भी हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर तोड़कर बनाए गए बाबा बिरयानी हाउस के खिलाफ वे 14 साल से मोर्चा खोले हैं। 24 जून को उन्होंने बजरिया थाने में मुख्तार बाबा, मौलाबख्श, शिवचरन गुप्ता, मुख्तार बाबा की मां हाजरा बेगम, मुमताज अहमद, मुश्ताक अहमद आदि के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीएम, सीएम से लेकर गृहमंत्रालय तक मंदिर के अस्तित्व को बचाने के लिए गुहार लगाई।

इसके बाद पिछले कार्यकाल के दौरान ही डीएम विशाख जी अय्यर ने मामले का संज्ञान लेकर जांच कराई और मंदिर होने की पुष्टि हो गई। इसके बाद डीएम ने अब बिरयानी हाउस तोड़कर मंदिर को संरक्षित करने के लिए शासन को पत्र लिखा। 24 जून को सैय्यद अदीबुल ने बजरिया थाने में एक FIR भी दर्ज कराई है। उन्होंने तहरीर में लिखा है कि बेकनगंज के डॉ. बेरी चौराहा पर रहता हूं। बचपन में मैंने देखा था कि बगल वाले मकान में राम जानकी मंदिर था। वहां 18 हिन्दुओं की दुकानें थीं। 1931 के दंगे के बाद ये सभी पलायन कर गए थे। फिर शातिर मुख्तार बाबा ने रामजानकी मंदिर तोड़कर उस पर बाबा बिरयानी हाउस खड़ा कर दिया।

अदीबुल कदर ने आरोप लगाया कि बिरयानी हाउस को बचाने के लिए मुख्तार बाबा ने नई सड़क पर बवाल की साजिश रची थी। इसके लिए बवाल के मुख्य साजिशकर्ताओं को फंडिंग से लेकर हर संभव मदद की थी। इस साजिश में मुख्तार बाबा के साथ हाजी वसी और उसका एक पार्टनर भी था। अदीबुल कदर ने बताया कि उन्होंने 13 शत्रु संपत्तियों की शिकायत की थी। उन्होंने 10 शत्रु संपत्तियों को कब्जा मुक्त कराया। बाकी तीन शत्रु संपत्तियों के लिए उनकी लड़ाई जारी है।

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