Kanpur, Adarsh : कानपुर में सात और मदरसों का सर्वे आज यानि गुरुवार को हुआ। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के नेतृत्व में चल रहे सर्वे में सभी मदरसों से साल भर के आय-व्यय का ब्योरा और जमीन के कागज मांगे गए हैं। मीरपुर छावनी स्थित मदरसा मदीनतुल उलूम वक्फ की जमीन पर बना है। यहां 120 बच्चे पढ़ रहे हैं। इनमें से 110 बच्चे ऐसे हैं जो दूसरे स्कूलों में विधिवत शिक्षा पा रहे हैं।
केवल दीनी शिक्षा के लिए मदरसे आते हैं। इसकी कोई सोसाइटी नहीं है। बेगमपुरवा में संचालित मदरसा फैजुल कुरआन, किराए के भवन पर चलता है। यहां मात्र 12 बच्चे हैं। यहां भी सोसाइटी नहीं है। सर्वे में पाया गया कि गड़रियन पुरवा में जामिया मिफ्ताहुल कुरआन मदरसे का संचालन सोसाइटी करती है। यह वक्फ की भूमि है। यहां 30 छात्र पढ़ते हैं। फेथफुलगंज स्थित मदरसा जामिया मोहम्मदिया में 156 बच्चे पढ़ते हैं। वक्फ की जमीन पर बने इस मदरसे को सोसाइटी चला रही है।
मदरसा हिदायतुल मुस्लिमीन, रेलबाजार का संचालन वक्फ की जमीन पर किया जा रहा है। यहां 58 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। यह बिना सोसाइटी के चल रहा है। बच्चों से 100 से 500 रुपये तक फीस ली जाती है। यहां स्कूली शिक्षा दी जाती है। बाबूपुरवा स्थित मदरसा जामेअतुल हुदा लिल बनात में 52 बच्चे पढ़ रहे हैं। वक्फ की जमीन पर बने इस मदरसे का संचालन सोसाइटी करती है। मदरसा इस्लामिया तालीमुल कुरआन, सुजातगंज में 150 बच्चे पढ़ रहे हैं। यह सोसाइटी की जमीन पर संचालित हो रहा है।
बता दें कि जिनके सर्वे किये गए उनमे से तीन का संचालन बिना किसी सोसाइटी के किया जा रहा है। छह मदरसे वक्फ की जमीन पर चल रहे हैं। रेलबाजार स्थित एक मदरसे में स्कूल जैसी पढ़ाई हो रही है और यहां बच्चों से फीस भी ली जा रही। दीनी मदरसों का सर्वे सोमवार से शुरू हुआ था और अब तक 20 बिना मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे पूरा हो चुका है।