स्टेट डेस्क। आज बिठूर के शमशान घाट के पास तीसरे दिन रात में उज्ज्वल का शव उतराता मिला है। वहीं ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची बिठूर पुलिस ने शव को देर रात पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
वहीं सावन के आखिरी सोमवार को बिठूर में सुंदर घाट में अपनी चचेरी बहन साक्षी और बहन आयुषी और मौसेरी बहन मानसी के साथ गंगा स्नान के लिए गया हुआ था। जिसमें स्नान करते समय अचानक से जंजीर छूट जाने से साक्षी गहरे पानी में चली गई थी। जिसको बचाने के लिए 13 वर्षीय उज्ज्वल ने गंगा में छलांग लगा दी थी। जिसमें साक्षी तो बच गई लेकिन गंगा की में ऊंची लहरों में उज्ज्वल लापता हो गया था।
वहीं दो दिन ढूंढने के बाद भी बुधवार देर सांय पुलिस को सूचना मिली कि किसी बच्चे शव उतरा रहा है मौके पर पहुंचे बिठूर कस्बा इंचार्ज धन सिंह ने शव को बाहर निकाला और स्वजनो को सूचना दी सूचना पर पहुंचे ताऊ संतोष द्विवेदी, पिता राजीव द्विवेदी मां ज्योति बहन आयुषी शव को देख दहाड़ मारकर रोने लगी थाना प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि रात में ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
बिठूर के बहलोलपुर मंधना निवासी भारत गैस एजेंसी संचालक राजीव द्विवेदी उर्फ राजा का इकलौता बेटा 13 वर्षीय उज्ज्वल दुबे कक्षा सात का छात्र था। उज्जवल अपनी बड़ी बहन 17 वर्षीय आयुषी, चचेरी बहन 23 वर्षीय साक्षी और मौसेरी बहन 24 वर्षीय मानसी के साथ गंगा नहाने गया था।
उज्ज्वल, आयुषी और मानसी नहाने के बाद घाट की सीढ़ियों पर बैठ गए लेकिन साक्षी घाट की जंजीर को पकड़े हुए नहा रही थी। अचानक साक्षी के हाथों से जंजीर छूटी और वह गहरे पानी में डूबने लगी। बहन की मदद की गुहार सुनकर उज्ज्वल ने गंगा में छलांग लगा दी।
मगर पानी की तेज धार व गहराई के चलते वह कामयाब नहीं हो सका। शोरगुल सुनकर घाट के पास रहने वाले सुनील शुक्ला ने किसी तरह साक्षी को तो बचा लिया लेकिन उज्ज्वल गहरे पानी में डूब गया था। सूचना पाकर बिठूर पुलिस गोताखोरों के साथ मौके पर पहुंची, मगर उज्ज्वल को खोजा नहीं जा सकी थी।