कानपुर विधानसभा की सात सीटों पर खिला कमल, तीन पर सपा विजयी

कानपुर

-शानदार जीत के साथ महाना बनें 8वीं बार विधायक
-सुरेन्द्र मैथानी भी गोविंदनगर में खिलाया कमल
-कांटे की टक्कर के बीच महेश भी जीते
-बिठूर से सांगा और बिल्हौर से राहुल विजयी
-कल्याणपुर से दोबारा नीलिमा बनीं विधायक
-छावनी, आर्यनगर व सीसामऊ
में सपा की जीत

कानपुर/ अखिलेश मिश्रा : जो राम को लाएं हैं हम उनको लायेंगे की धुन आज दस मार्च यानी गुरूवार के दिन मतगणना के बाद चरितार्थ हो गयी। प्रदेश में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की। परिणाम से दो दिन पहले आने वाले एक्जिट पोल भी सही साबित हुए। महानगर की दस विधानसभाओं में से सात पर भारतीय जनता पार्टी ने शानदार तरीके से जीत हासिल की। महाराजपुर विधानसभा में महाना ने आठवीं पर जीत हासिल करके रिकार्ड बना दिया। सुरेन्द्र मैथानी भी जनता के बीच मजबूती से पैठ बनाकर दोबारा गोविंदनगर से विधायक बन गये। हालांकि कानपुर की महाराजपुर और गोविंदनगर विधानसभा के परिणाम पहले से ही भाजपा के पक्ष में आने तय थे। सिर्फ गुरूवार को औपचारिक घोषणा बाकी थी। हालांकि दस में से तीन सीटें छावनी, आर्यनगर और सीसामउ सपा के खाते में गयी। छावनी से मोहम्मद हसन रूमी, आर्यनगर से अमिताभ बाजपेयी और सीसामऊ से इरफान सोलंकी ने भाजपा प्रत्याशियों को हराकर अपनी जीत दर्ज की।

अपनी निर्धारित समय से शुरू ही मतगणना के पहले चरण से ही महाना और सुरेन्द्र मैथानी ने सपा से बढत बना ली थी। जो आखिरी राउंड तक बनी रहीं। यहीं दो भाजपा प्रत्याशी ऐसे थे जो पहले से ही अपने परिणामों के प्रति अश्वास्त थे। मतगणना स्थल पर गिनती का कार्य अभी चली ही रहा था कि मतगणना स्थल के पास बनें महाना और मैथानी के शिविर में कार्यकर्ताओं ने जीत का जश्न होली खेलते हुए मनाना शुरू कर दिया था। इतना ही नहीं दोनों ही विजयी नेता सबसे पहले मीडिया के सामने आएं और जनता को जीत दिलाने के लिए बधाई थी।

बिठूर से शानदार जीत दर्ज करने वाले प्रत्याशी अभिजीत सिंह सांगा ने भी शुरू से ही बढत बना ली और तीन बजते-बजते सपा प्रत्याशी मुनीद्र शुक्ला से काफी आगे निकल गये और अपनी जीत दर्ज की। कल्याणपुर विधानसभा में नीलिमा और सतीश निगम के बीच काफी कडी टक्कर रही। दोनों के बीच गिनती के दौरान आगे-पीछे का खेल चलता रहा। लेकिन गिनती के आखिरी राउंड में नीलिमा कटियार आगे निकल गयी और शानदार जीत हासिल की। किदवईनगर विधानसभा का चुनाव शुरूआत से ही चर्चित था। यहां पर कांग्रेस के नेता अजय कपूर और भाजपा के महेश त्रिवेदी के बीच प्रतिष्ठा लगी थी। कांटे की टक्कर के बीच दोनों के बीच मतगणना के दौरान कुछ ही वोटो से अप-डाउन था। आखिर तक संशय बना रहा कि यह विधानसभा किसकी होगी। लेकिन आखिर चरण में महेश त्रिवेदी ने भी बढत बनाकर कमल खिलाया। बिल्हौर से भाजपा प्रत्याशी राहुल बच्चा ने भी शुरूआत राउंड से ही अपने विरोधी उम्मीदवार पर बढत बना ली और आखिरीतक बरकारार रखी। घाटमपुर से भाजपा गठबंधन वाली सीट से भाग्य अजमा रही सरोज कुरील ने सपा के भगवती प्रसाद सागर को हराकर जीत हासिल की।

हालांकि छावनी से सपा नेता मोहम्मद हसन रूमी ने कांग्रेस प्रत्याशी के पास पहले रही सीट को रघुनंदन भादौरिया को हराकर अपने कब्जे में कर ली। वहीं, सीसामउ से सलिल विश्नोई जो कि भाजपा के प्रदेश महामंत्री भी है वे चुनाव हार गये और यह सीट भी इरफान सोलंकी के पास पहुच गयी। सबसे अधिक कांटे की लडाई वाली सीट आर्यनगर थी जहां से भाजपा के सुरेश अवस्थी और सपा के अमिताभ बाजपेयी के बीच मुकाबला था। मतगणना के आखिरी राउंड तक दोनों नेता एक दूसरे को पछाडते रहे, लेकिन आखिरी के राउंड में अमिताभ बाजपेयी सुरेश अवस्थी को लीड देकर आगे निकले गये और विधानसभा को अपने पक्ष में कर लिया। पहले भी अमिताभ बाजपेयी इसी विधानसभा से विधायक थे। भाजपा की जीत होेने पर कार्यकर्ताओं में भारी उल्लास था। आज दस मार्च के दिन पहलीबार होली और दीपावली एक साथ मनायी गयी। पूरा दिन पटाके फोडे गये और गुलाल से होली हुई। भाजपा के सभी विजयी विधायकों ने साफ कहा कि यह जीत हमारी नहीं जनता की है। जनता ने मोदी और योगी की कार्यशैली को पसन्द किया है जिसका परिणाम यह है कि एकबार फिर प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनने जा रही है।