-चेन्नई के खिलाफ मिली जीत में चमके केएल राहुल और क्विन्टन डि कॉक
लखनऊ/कानपुर/भूपेन्द्र सिंह। लखनऊ सुपर जायन्टस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेली गयी लडायी में लखनऊ की टीम सुपर से ऊपर निकल गयी। ओपनर बल्लेबाज केएल राहुल और क्विन्टन डि कॉक के बीच आक्रामक शतकीय साझेदारी की बदौलत लखनऊ सुपर जायन्टस ने चेन्नई को पराजित करने में सफलता पायी।
177 रनों लक्ष्य भेदने के लिए दोनों बल्लेबाजों ने चेन्नई के सभी गेदबाजों को विकेट के लिए तरसा दिया। दोनों बल्लेंबाजों के आगे चेन्नई के सभी गेंदबाज एकदम बेबस दिखायी दिए। शार्ट फाइन लेग पर डि कॉक का एक कठिन न पकडे जाने का असर भी चेन्नेई के क्षेत्ररक्षकों पर दबाव के रूप में दिखायी पडा।
दोनों के बीच 15 ओवर में 134 रनों की साझेदारी लखनऊ सुपर की जीत का आधार बनी। केएल राहुल ने चेन्नई के गेंदबाजों की धुनाई करते हुए महज 31 गेंदों पर रन 50 रन पूरे किए इसके बाद तो उन्होंने पीछे मुडकर भी नही देखा और टीम को जीत के दरवाजे तक ले गए।
वहीं क्विन्टन डि कॉक भी अपने कप्तान के नक्शे कदम पर चले और पैवेलियन जाने से पहले 41 गेंदों पर अपना दमदार अर्धशतक ठोंक डाला।लखनऊ सुपर की टीम ने 177 रनों का बडा लक्ष्य बहुत ही आसानी से हासिल कर लिया। जब लखनऊ जीत के काफी करीब था तभी पथिराना की गेंद पर प्वाइन्ट पर गजब कैच पकडकर केएल राहुल को चलता कर दिया।
केएल राहुल ने आउट होने से पहले अपना काम बखूबी कर दिया था उन्होंने दमदार पारी खेलते हुए 9 चौकों और 3 छक्को की बदौलत 53 गेंदों पर 82 रन जुटाए। लखनऊ की टीम ने विजय लक्ष्य 19 वें ओवर में ही प्राप्त कर लिया।मार्कस स्टायनिश और निेकोलस पूरन ने ओपनर बल्लेबाजों की ओर से रखी गयी मजबूत नींव का फायदा उठाया और टीम को 8 विकेट से जीत दिला दी।
दोनो सलामी बल्लेबाजों के आउट होने के बाद जीत की औपचारिकता को निकाेलस पूरन (23) और मार्कस स्टॉयनिस (8) ने बगैर और नुकसान के पूरा कर लिया। पूरन ने नो बाल में फ्री हिट पर चौका जड कर अपनी टीम को जीत दिलायी। इकाना स्टेडियम में आज 50 हजार दर्शकों का दिल अपने चहेते सितारे सीएसके के महेन्द्र सिंह धोनी के साथ था मगर दिमाग में उनके लखनऊ की जीत की तमन्ना थी और दर्शकों की दोनो तमन्नायें पूरी हुयी जब उन्होने धोनी की पैसा वसूल पारी देख कर अपने अरमानों को पूरा किया।
उधर एलएसजी के कप्तान केएल राहुल ने अपने घरेलू दर्शकों की जीत की चाहत को भी पूरा कर दिया। सातवें बल्लेबाज के रुप में पिच पर उतरे धोनी ने अपने खास अंदाज में नौ गेंदों की नाबाद पारी में तीन चौके और दो छक्के की मदद से 28 रन ठोक दिये जिसके चलते चेन्नई मेजबान टीम के खिलाफ चुनौतीपूर्ण लक्ष्य तैयार करने में सफल हो सका। हालांकि उनकी इस पारी पर राहुल और डिकॉक ने पानी फेर दिया।
धोनी के साथ दूसरे छोर पर हरफनमौला रविंद्र जडेजा की साहसिक नाबाद पारी ने न सिर्फ चेन्न्ई को मुश्किलों के भंवर से निकाला बल्कि मैदान पर बैठे एलएसजी के समर्थकों की भी खूब वाहवाही लूटी। आईपीएल के मौजूदा सत्र में जडेजा की यह पहली अर्धशतकीय पारी थी जिसमे उन्होने 76 मिनट क्रीज पर रुक कर 40 गेंदों में पांच चौके और एक जानदार छक्के की मदद से नाबाद 57 रन बनाये।
इससे पहले टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्न्ई की शुरुआत अच्छी नहीं रही जब रचिन रविंद्र (0) पारी के दूसरे ओवर में ही मोहसिन खान का शिकार बन गये। कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ (17) भी यश ठाकुर की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गये। हालांकि सलामी बल्लेबाज आंजिक्य रहाणे (36) का बल्ला इकाना की पिच पर चल निकला। उन्होने 24 गेंदों की अपनी संक्षिप्त पारी में पांच चौके और एक छक्का जड़ा।
चेन्न्ई के विस्फोटक बल्लेबाज शिवम दुबे (3) और इंपेक्ट प्लेयर समीर रिजवी (1) भी अपने विकेट जल्दी गंवा बैठे और टीम का स्कोर पांच विकेट पर 90 रन हो गया। मुश्किल हालात से टीम को निकालने की जिम्मेदारी अब हरफनमौला रविंद्र जडेजा के पास थी जिन्होने इसे बखूबी निभाया।
उन्होने पहले मोइन अली (30) के साथ 51 रन की बहुमूल्य साझीदारी की जबकि बाद में भारतीय प्रशंसकों की जान महेन्द्र सिंह धोनी के साथ तेज गति से रन बटोरते हुये एलएसजी के लिये एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य खड़ा करने में टीम की मदद की। एलएसजी के लिये कृणाल पांड्या (16 रन पर दो विकेट) सबसे सफल गेंदबाज बने जबकि मार्कस स्टॉयनिस,यश ठाकुर,मोहसिन खान,रवि बिश्नोई को एक एक विकेट मिला।