कानपुर, भूपेंद्र सिंह। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह के खिलाफ संघ के अंदर तो मुहिम लगातार चल ही रही है, अब उनके खासम खास लोगों पर भी सचिव और नाराज सदस्यों का चाबुक चल जाए तो यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी। यूपीसीए के सूत्रों से मिल रही खबर के अनुसार अब पूर्व सचिव के खासम खास भी सचिव के रडार पर आ गए हैं जिन पर निगाह रखी जा रही है। इसमें सबसे प्रमुख महिला क्रिकेट की महाप्रबंधक स्तर की अधिकारी पर पैनी निगाह रखने के लिए एपेक्स कमेटी के अनुमोदन पर सचिव ने एक व्यक्ति की नियुक्ति भी कर दी है। जो मुख्य कार्यकारी अधिकारी का सहयोग करने के लिए संघ में कार्य संपादित करने का काम करेंगे।
लेकिन इससे उलट वह पूर्व सचिव के खासम खास लोगों पर निगाह रखेंगे। गौरतलब है कि यूपीसीए के पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह को सभी आंतरिक रिपोर्ट पेश करने वाली और पल-पल की खबर प्रेषित करने वाली महिला क्रिकेट महाप्रबंधक स्तर के अधिकारी पर अब शिकंजा कसना शुरू हो गया है। संघ के सीईओ रैंक के अधिकारी अंकित चटर्जी का हर संभव और असंभव सहयोग करने वाली अधिकारी के ऊपर अब ये अधिकारी काम करेंगे। सागर नाम के शख्स् जो बुक माय शो से संघ की सेवा के लिए नियुक्तं किए गए हैं उनका कार्य केवल सीईओ के दिशा निर्देश का पालन करना अनिवार्य रखा गया है।
यूपीसीए के सूत्रों के मुताबिक पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह अपने खासमखास लोगों की बदौलत पूरे संघ के कार्यो पर अपना वर्चस्व् कायम रखने में सफल रहे हैं। गौरतलब ये भी है कि पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह के दिशा निर्देश पर महिला क्रिकेट महाप्रन्धक की नियुक्ति की गयी थी जबकि उनका साथ मीडिया कमेटी के सदस्य और विकेट निर्माणकर्ता भी बखूबी देते आ रहे हैं। इस तिकडी का कर्मचारियों पर इतना गहरा दबाव और प्रभाव है कि चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी तो उनके सामने अपना रास्ता तक बदलने को विवश हो जाते हैं।
ये भी केवल पूर्व सचिव के इशारों पर किया जाता रहा।अब खेल विभाग के निदेशक और संघ के सचिव की ओर से जारी किए गए नोटिसों के बाद उन पर सही दिशा में कार्य करने का दबाव बना रहेगा। यूपीसीए के एक पदाधिकारी ने बताया कि पूर्व सचिव के खिलाफ अब संघ के पदाधिकारियों और कर्मचारियों का धडा खुलकर विरोध करने लगा है। अब उनके खास लोगों पर पैनी निगाह रखने और उनके कार्यों को रडार पर लेने के लिए एक अलग से शख्स की नयुक्ति कर दी गयी है।