कानपुर/बीपी प्रतिनिधि : जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में फर्जी अलॉटमेंट लेटर देकर एडमिशन के मामले में पुलिस को एक और शातिर का सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगा है। इस फुटेज के आधार पर पुलिस अधिकारी ने बताया है कि ठगी में तीन लोग नहीं बल्कि चार लोग थे।
पुलिस का यह भी मानना है की हो सकता है छात्रों से ठगी करने वाले इस गिरोह के और सदस्य भी इसमें शामिल हों, अभी जांच जारी है। पुलिस ने यह भी बताया है कि हमारे पर इन शातिरों नाम और पते थे वो सब फर्जी निकले है।
मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के नाम पर अब तक तीन छात्रों से ठगी के मामले प्रकाश में आये थे। छात्रों और उनके परिजनों को भी इस बात का अंदाजा नहीं था की उनके साथ ठगी हो रही है। छात्रों को तो उनके साथ हुई ठगी का पता तब चला जब वह लोग अपना सीट अलॉटमेंट लेटर लेकर मेडिकल कॉलेज के एडमिशन कॉउंसलर के पास पहुंची।
छात्रों के साथ ठगी के मामले में पहली रिपोर्ट पांच अप्रैल को स्वरूप नगर थाने में पीड़ित छात्रा ने लिखवाई थी। इस रिपोर्ट में छात्रा ने आकाश सिंह, डॉ केके अग्रवाल समेत तीन और लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाया था। जिसकी जांच पुलिस कर रही है और उसी जांच में यह सीसीटीवी फुटेज में अभियुक्तों की पहचान छात्रा ने की है।
प्राचार्य ने भी लिखवाई थी रिपोर्ट
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजय काला ने भी एक मुकदमा अज्ञात लोगों पर दर्ज करवाया था। स्वरूप नगर के इंस्पेक्टर ने बताया, सोनो ही केस मिलते जुलते है। जो नाम और पते हमको छात्रा से मिले थे उन सब जगहों पर हमने खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। आगे इस केस में हम लोग शातिरों के फोन नंबरों के जरिए उनको पकड़ने की कोशिश में जुटे हैं।