BHUPENDRA SINGH : उत्तर प्रदेश और कानपुर नगर की वेटर्न्स क्रिकेट एसोसिएशन के बीच गहरी खाई पनप गई है। हाल ही में गठित यूपीवीसीए और नगर इकाई के बीच गहरी खाई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है रविवार को हुए सम्पन्न एक कार्यक्रम में नगर कार्यकारिणी के सदस्यों को आमन्त्रित तक नहीं किया गया जिससे नगर वेटर्न्स एसोसिएशन की कार्यकारिणी समेत पदाधिकारियों के बीच आक्रोश पैदा हो गया है। आक्रोशित पदाधिकारियों ने प्रदेश संघ के खिलाफ बिगुल बजाने का ऐलान कर दिया है। यही नही नगर इकाई के पदाधिकारियों ने नवगठित प्रदेश संघ के खिलाफ सामानान्तर वेटर्न्स संघ में शामिल होने का भी दावा पेश कर दिया है।
गौरतलब है कि बीते नवम्बर महीने में उत्तर प्रदेश वेटर्न्स क्रिकेट संघ का गठन किया गया था जिसमें लगभग 20 से 25 नगर व जिला इकाइयों कों इसमें स्थान दिया गया था। कानपुर नगर व देहात की कमान यहां के पूर्व क्रिकेटरों को सौंपी गयी थी। जिसपर अमल करते हुए नगर की इकाई ने कानपुर व लखनऊ वेटर्न्स क्रिकेटरों के बीच 5 मैचों की सीरीज भी आयोजित करवा डाली जिसका क्रिकेट के गलियारों में खासा उत्साह भी देखा गया। इसकी सफलता के बाद नगर इकाई का दबदबा वेटर्न्स क्रिकेट में बढता गया।
अब प्रदेश संघ ने एक टी-टवेन्टी प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जिसमें नगर इकाई को शामिल ही नही किया गया। यहां तक कि उस प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले के लिए भी सचिव व अध्यक्ष को निमन्त्रण पत्र नही भेजा गया। बस इतनी सी बात दोनों संघ के बीच राई से पहाड बन गयी और नगर इकाई की सेना ने प्रदेश संघ को छोडने तक का ऐलान कर डाला।
नगर इकाई के सचिव जफर आलम ने इसे प्रदेश संघ के कुछ चुनिन्दा पदाधिकारियों का हठधर्मी रवैया बताया और कहा कि इस तरह के निर्णय से नगर इकाई का अपमान किया गया है। अब इस तरह का व्यवहार क्रिकेट की गतिविधियों के हिसाब से तार्किक नही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही नगर की इकाई प्रदेश संघ को अलविदा कह दूसरे वेटर्न्स संघ में शामिल हो सकती है।