सिख कौम आर-पार की लड़ाई को तैयार- कुलदीप सिंह

कानपुर

DESK : पूर्व एम0एल0सी0 और चेयरमैन/संस्थापक श्री गुरू सिंह सभा कानपुर महानगर जो दुर्घटना के बाद डाक्टरों के परामर्श पर गोरखपुर में अपने परिवार के सदस्यों के साथ पूर्ण आराम पर है, ने बयान जारी कर सभा के पदाधिकारियों से नाराजगी जाहिर की है और सख्त हिदायत दी है कि गिरती सोच के बयान देना बन्द करें जैसे- शहीदी पर्व पर दूसरी संस्था द्वारा मोतीझील बुक करा लेने पर सिंह सभा परेशान’’। सिंह सभा न कभी परेशान थी, न है और न कभी परेशान होगी।

पूर्व एम0एल0सी0 सरदार कुलदीप सिंह ने चेतावनी दी है कि अगर गुरू साहिबान के परम्परागत मनाये जा रहे गुरूपर्वों से छेड़-छाड़ की गयी तो सारा सिख समाज सड़कों पर उतरेगा। हम गुरू तेग बहादर साहिब की शहादत विगत 16 वर्षों से मोतीझील मैदान में मना रहे है। जिन गुरू साहिबान ने हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार और उनकी धार्मिक आजादी पर लगाये गये प्रतिबन्धों के विरोध में सम्राट औरंगजेब को ललकारा था कि देश की संस्कृति और सभ्यता के खिलाफ छेड़-छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अपनी शहादत देकर भारतीय धर्म और संस्कृति को बचाया था।

हम हर धर्म की मान्यताओं और मर्यादाओं का आदर करते है। कानपुर नगर निगम की आदत बन गयी है कि हर दूसरे तीसरे वर्ष शहादत के प्रोग्राम को डिस्टर्ब करना। तत्कालीन नगर आयुक्त श्री अविनाश सिंह ने आदेश दिये थे कि अगर पुनः शहीदी पर्व की तिथि निर्धारित होने के पूर्व दिसम्बर माह में बुकिंग की तो बुकिंग क्लर्क को सस्पेन्ड करने के आदेश दिये थे।

नगर आयुक्त श्री शरणप्पा जी.एन. ने भी पिछले वर्ष आदेश दिये थे कि परम्परागत शहीदी पर्व की तिथियों में कोई दूसरी बुकिंग न किया करें पर नगर निगम के बाबू बेलगाम है और अपने उच्च अधिकारियों के आदेश की अवहेलना करने में कतई संकोच नहीं करते हैं।

पूर्व एम0एल0सी0 ने अपने वक्तव्य में कहा कि कानपुर का पूरा हिन्दू संत समाज जिसमें मुख्यता मा0 बालयोगी संत श्री अरूण चेतन्यपुरी, सिद्धनाथ घाट महन्त श्री कृष्णदास जी पनकी दरबार, पीठाधीश्वर जगद गुरू शंकराचार्य स्वामी मुनीशाश्रम जी महाराज, दंडी स्वामी, राष्ट्रीय धमाचार्य, धीरेन्द्र मधुर जी महाराज सम्मिलित है। जिन्होंने गुरू तेग बहादर साहिब के शहीदी पर्व के साथ अपनी सम्बद्धता जताई है और अपील की है कि शिरोमणि शहादत के परम्परागत प्रोग्राम को डिस्टर्ब न किया जाये।

सरदार कुलदीप सिंह ने बड़े क्षुब्ध होकर कड़े शब्दों में चेतावनी दी है कि सिख दूसरे दर्जे का शहरी नहीं है कि हमारे महान गुरू साहिबान की विगत 16 वर्षो से मनाई जा रही शहादत के प्रोग्राम को नगर निगम द्वारा निरस्त कर देना और नये आयोजन को मोतीझील ग्राउण्ड अलाट कर देना ऐसा कतई होने नही ंदिया जायेगा। गुरू पर्वों से छेड़-छाड़ की लड़ाई सिख समाज राजनीतिक विचारधाराओं के ऊपर उठ संगठित रूप से लड़ता है। जिसे समाज ने पूर्व में कई बार रोड़े अटकाने पर अजमाया है। गुरू साहिबानो के गुरूपर्वों में 2-ढाई लाख के श्रद्धालुओं का इकट्ठ इसकी गवाही देता है।

सभा के प्रधान सरदार सिमरनजीत सिंह ने बताया सभा नें निर्णय लिया है कि अपने प्रिय चेयरमैन सरदार कुलदीप सिंह स्वस्थ लाभ के लिए गुरुद्वारा कीर्तनगढ़ गुरु तेग बहादर नगर में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है, जो 25 सितम्बर 2023 से 48 घण्टे अखण्ड का पाठ चलेगा। इसकी समाप्ति बुधवार 27 सितम्बर 2023 सुबह 10ः00 बजे होगी। उपरांत कीर्तन एवं अतिथियों का स्वागत होगा और प्रातः 11ः00 बजे अरदास का आयोजन किया गया है। इसके उपरान्त गुरु का लंगर अटूट चलेगा।