नवंबर 1984 के सिख नरसंहार : जल्द ही होगी बाकियों की भी गिरफ्तारी- भोगल

कानपुर

कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। नवंबर 1984 के सिख नरसंहार जो हुआ 38 साल बाद उसमें न्याय मिला। 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई है बाकियों की भी जल्द होगी। ये बातें अखिल भारतीय दंगा पिड़ित राहत कमेटी राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार कुलदीप सिंह भोगल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कही गुमटी स्थित रेस्टोरेंट में वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के उपरान्त एक सुनियोजित साजिश के तहत किया गया था, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सो मे मौत का तांडव किया गया था।

राजनीतिक दबाव के कारण दोषियों को सजा नहीं मिल पायी ओर सिख कि समाज न्याय के लिए भटकता रहा। इस कड़ी में दिल्ली कानपुर बोकारो, चायबासा धनबाद जबलपुर इत्यादि मुख्य शहर थे जहां व्यापक तबाही हुई थी। कानपुर मे उस दौरान लगभग 127 लोगो कि नृशंस हत्या की गई जिसमे कई मुकदमे दर्ज हुए पर तत्कालीन सरकारो ने पाड़ितों को न्याय दिलाने में कोई मदद नहीं की।

हमने पीड़ितों को न्याय दिलाने की लड़ाई जारी रखी और प्रसून कुमार, अधिवक्ता सर्वोच्च न्यायलय के साथ मिल कर कानपुर नरसंहार के दोषियों को चिन्हित करके सजा दिलाने का बीड़ा उठाया। इसके तहत आरटीआई से जानकारी इकट्ठा की गई जिसमे लगभग 127 लोगों की मारी जाने की पुष्टि हुई। नामजद 34 अभियुक्त मिले । चुंकि सरकारों ने कोई सहयोग नहीं किया था 2014 में नरेन्द्र मोदी की सरकार आने के बाद इस प्रयास को सफलता मिलने की आस बढ़ी।

यू०पी० मे तत्कालीन सरकार से सहयोग न मिलने के कारण सर्वोच्च न्यायालय में नरसंहार के कातिलों को सजा दिलवाने के लिये जनहित याचिका Cr/WP नं 45/17 डाली गई। चूंकि इसके लिए एक समाजिक संस्था का सहयोग जरूरी था, तो दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का सहयोग लिया गया। सर्वोच्च न्यायालय ने संज्ञान लिया और केन्द्र और राज्य
सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा इसी बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हस्तक्षेप से एस०आई०टी का गठन हुआ।

एस०आई०टी ने विगत 3 वर्षो में अनुसंधान करके लगभग 150 गवाहों के बयान के लिये और लगभग 20 मुकदमों चिन्हत करके प्रसून कुमार, अधिवक्तों को चिन्हित करके 9 मुकदमों में आरोप पत्र तैयार किए। एस०आई०टी टीम ने कुलदीप सिंह भोगल, प्रसून कुमार, अधिवक्ता अमरजीत सिंह पम्मी, कुलवन्त सिंह खालसा वरिष्ट सदस्य सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के साथ सहयोग से अतूल अध्यक्ष एस०आई०टी एवं बालेंदु भूषण सदस्य सचिव एस आई के के नेतृत्व में 14 जून को चार अभियुक्तों को निराला नगर थाने से संबंधित केस मे गिरफतार किया जो कि इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अपील भी करती की बाकी दोषियों को अति शीघ्र गिरफ्तार करके सजा दिलाने का कार्य करे जिससे सभी पीड़ितो को न्याय मिल सके। इस मौके पर अमरजीत सिंह, पम्मी सिंह, इंदरजीत सिंह, सरजीत सिंह व अन्य मौजूद रहे।