-प्रभावशाली आजीवन सदस्य ने पूर्व सचिव से पल्ला झाडना कर दिया शुरु
कानपुर, भूपेंद्र सिंह। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व सचिव की ओर से संघ के लिए किए गए कुछ निर्णय अब पूर्व पदाधिकारियों के लिए अब शायद परेशानी का सबब बन गए हैं। संघ के पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह से अब पदाधिकारियों ने दूरी बढ़ाने का शायद निर्णय भी ले लिया है। वर्तमान सचिव के लैटर वाले विवाद के बाद से अब संघ के भीतर लोगों को एक दूसरे के प्रति शक की निगाह से देखा जाने लगा है। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यह विषय हो गया है कि दो पूर्व सचिवों के बीच भी अब शायद रार और बढ़ गई है। संघ के विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक अब संरक्षक एवं आजीवन सदस्य राजीव शुक्ला ने पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह के सभी क्रिया कलापों से अपना पल्ला झाडने औैर दूरी बढाने पर अमल शुरु कर दिया है।
गौरतलब है कि यूपीसीए के पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह को अपना पद छोडे हुए लगभग डेढ साल से भी अधिक का समय हो चुका है लेकिन वह अभी भी संघ के सभी कार्यों पर अपनी अंतिम मुहर लगाने के लिए जाने जाते हैं। संघ के सूत्रों के मुताबिक अभी भी सारे निर्णय उन्हीे के दबाव में किया जाना मजबूरी होती है। आरओसी ,कारपोरेट मन्त्रालय और राजभवन से कई शिकायतें और पत्रावली से संघ की छवि को नुकसान पहुंचा तो संरक्षक एवं आजीवन सदस्य राजीव शुक्ला ने युद्धवीर सिंह से दूरी बढाना ही शायद उचित समझा। दूरी को कम करने के लिए अब तो वह संरक्षक एवं आजीवन सदस्य के पीछे वह मेरठ से लखनऊ आ जाते हैं।
संघ के सूत्र यह भी बतातें हैं कि अब तो आजीवन सदस्य को मनाने के लिए पूर्व सचिव जबरन ही उनके पीछे- पीछे लगे हैं। यही नही दोनों के बीच रार दिखायी न दे इसलिए वह उनके बगल में कुर्सी डालकर बैठे रहने का प्रयास करते आ रहे हैं। बीते शनिवार को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में दोनों को मैव के दौरान एक साथ बैठे तो देखा गया लेकिन उनमें उस तरह की बातचीत देखी नही जा सकी थी जिसके लिए वह दोनों ही जाने जाते हैं। जब पूर्व सचिव राजीव शुक्ला को पता चला कि संघ के भीतर किस प्रकार का कार्य किया जा रहा था सब कुछ उनके संज्ञान में लाने में बाद उन्होंने तत्काल प्रभाव से युद्धवीर सिंह से हर उस कार्य का ब्यौरा मांगा जिसके लिए एमसीए,आरओसी और राजभवन से कागज संघ में लगातार आ रहे हैं।
जिसका जवाब देने के लिए पदाधिकारियों का सामने आना पड रहा है जिससे संघ की छवि बिगडती जा रही है। संघ के सूत्र यह भी बताते हैं अब आने वाली सभी शिकायतों का निरीक्षण संघ के संरक्षक एवं आजीवन सदस्य राजीव शुक्ला करेंगे। यही नही सूत्र यह भी बताते हैं संघ के भीतर घटने वाली सभी गतिविधियों पर सीसीटीवी से निगरानी रखने के लिए वाई फाई कैमरे स्थापित करवाए जाएंगे जिसका एक्सेस केवल तीन पदाधिकारियों जिसमें अध्यक्ष निधिपति सिंहानिया, सचिव अरविन्दं श्रीवास्तव, संरक्षक एवं आजीवन सदस्य राजीव शुक्ला के पास ही रहेगा।
यूपीसीए के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लखनऊ वाले मैच में राजीव शुक्ला अकेले मैच देखने आए थे लेकिन युद्धवीर सिंह मेरठ से वहां पहुंचे और जबरन ही उनके बगल में कुर्सी डालकर बैठे लेकिन वार्तालाप पहले की तरह नही दिखायी दी। इससे यह साफ प्रतीत हो रहा है कि दोनों के बीच सब कुछ सही दिशा में चलता नही दिखायी दे रहा।