-19 जुलाई को जन सूचना आयोग में देनी पड सकती है पेशी
कानपुर,भूपेंद्र सिंह। प्रदेश में खेल मन्त्री के बाद विभाग में दूसरे नम्बर पर तैनात नगर ईकाई की मुखिया व उप निदेशक को जनसूचना अधिकार नियमों की जानकारी शायद ही हो। वह किसी भी जनसूचना अधिकार शिकायती पत्र का जवाब देना अपनी शान के खिलाफ समझती हैं। यूपीसीए के लिए डाली गयी एक जनसूचना का जवाब न देना अब उनके लिए गले की हडडी बनता जा रहा है।जनसूचना अधिकार की प्रथम अपील को नजर अन्दाज किए जाने के बाद याचिकाकर्ता ने प्रदेश जनसूचना आयोग में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवायी है जिसकी सुनवाई के लिए उनको पेश होने के निर्देश जारी कर दिए गए है।
गौरतलब है कि उत्त र प्रदेश क्रिकेट संघ और खेल विभाग के बीच साल 2015 में एक अनुबन्ध हुआ था। जिसमें संघ को साल में निर्धारित शुल्क के अलावा मैच में फीस अदा करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए थे। यही नही मैदान बुकिंग की जिम्मेदारी खेल विभाग के पास थी लेकिन संघ ने मैच के अलावा मैदान बुकिंग का खेल अपनी ओर से चालू कर दिया जिससे खेल विभाग की आय में इजाफा होना लगभग बन्द सा हो गया। इसमें खेल विभाग में कार्यरत कर्मचारी शिवकुमार संघ की ओर से पैरोकार रहे जिसके चलते खेल विभाग को हर साल लगभग लाखों रुपए का नुकसान झेलना पडा।
मैदान बुकिंग के किराए को लेकर कई बार विवाद की स्थिति भी पैदा हुयी जिस पर कुछ माननीय लोगों के हस्त क्षेप के बाद मामला शान्त हुआ और संघ को उनको शुल्क भी वापस करना पड गया। अब इसी बात की जानकारी आर्यनगर निवासी अश्विनी कुमार शुक्ला ने जनसूचना अधिकार के तहत मांग ली जिसका जवाब हीनही मिल सका है।उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन व ग्रीनपार्क स्टेडियम कानपुर में हुए अनुबन्ध लाइसेंस के सम्बन्ध में निम्नलिखित बिन्दुओं पर प्रश्नों के जवाब मांगे जिसपर उपनिदेशक मुद्रिका पाठक ने जानकारी उपलब्ध नही करायी।
उन्होंने उप निदेशक से जनसूचना अधिकार के अन्तर्गत निवेदन किया कि राज्य सरकार द्वारा ग्रीनपार्क स्टेडियम कानपुर को 30 वर्षों की अनुज्ञप्ति लाइसेन्स पर क्रिकेट मैच आयोजित कराने हेतु एक एम०ओ०यू० (मेमोरन्डम आफ अंडर स्टैंडिंग) जारी किया गया है कि संख्या-523 ( 1 ) / बयालिस -2015 दिनांक 28 अप्रैल 2015 के अन्तर्गत हुये अनुबन्ध जिसकी छायाप्रति पत्र के साथ संलग्न कर रहा है- में दिये गये 29 बिन्दुओं पर ग्रीन पार्क स्टेडियम को उ०प्र० क्रिकेट एसोसिएशन से क्रिकेट कराये जाने पर सहमति हुई है। इसी से सम्बन्धित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने की मांग की।
ग्रीनपार्क स्टेडियम पर बीसीसीआई और यूपीसीए के क्रिकेट मैचों को छोड़ कर अन्य मैचों को कराने के लिये कौन आवंटन देगा। ग्रीनपार्क स्टेडियम पर उ0प्र0 क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा अपने मैचों को छोड़ कर अन्य मैचों के आवंटन शुल्क को क्या यू०पी०सी०ए० अपने कोष में जमा कर सकता है। यू०पी०सी०ए व ग्रीन पार्क स्टेडियम के अनुबन्ध के अनुसार 01 जनवरी से 15 जनवरी के बीच प्रतिवर्ष एक करोड़ रूपया यू०पी०सी०ए को जमा करना है दिनांक 28 अप्रैल 2015 से अब तक उ०प्र० क्रिकेट एसोसिएशन में किन-किन तिथियों में कितना रुपया जमा किया है ये भी जानकारी मांगी । दो अपील करने के बाद भी जब अश्विनी को जनसूचना नही मिली तो उन्होंने आयोग को पत्र भेजकर अपनी शिकायत दर्ज करवायी जिसकी सुनवाई 19 जुलाई को लखनऊ स्थित आयोग में की जाएगी। घोषित तिथि पर उपनिदेशक मुद्रिका पाठक को पेश होने के निर्देश जारी किए गए हैं।