नर्सिंग होम में युवती की मौत को पुलिस ने बताया प्रेम प्रसंग का मामला, माँ ने पुलिस की कार्रवाई पर उठाएं सवाल

कानपुर

कानपुर/ बीपी प्रतिनिधि। उन्नाव के बांगरमऊ के एक नर्सिंगहोम में युवती की मौत के मामले में मृतका की मां ने पुलिस की कार्रवाई को गलत बताया है। कल पीड़िता के घर पहुंचे डीएम रवींद्र कुमार और एसपी दिनेश त्रिपाठी के देखकर मां रो पड़ी। उन्होंने आरोप लगाया कि हैवानियत के बाद बेटी को मार डाला गया और वही पुलिस मामले को दबाने की कोशिश में है। पुलिस आरोपियों को बचाने के लिए बेटी के प्रेम प्रसंग का मामला उजागर किया। बिना तथ्यों के आधार पर हत्या को आत्महत्या बता रही है।

मृतका की मां ने आरोप लगाया है कि नर्सिंग होम की छत पर कुछ लोगों ने उसकी बेटी को पकड़कर फंदे से नीचे लटका दिया। उन्होंने एसपी से पूछा कि क्या यह संभव नहीं? क्या एक लड़की इतने लोगों का मुकाबला कर सकती थी? सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले को दबाने के लिए पुलिस ने उनकी बेटी को बदनाम कर रही है। मृतका की मां के सवालों पर अफसर भी सकते में आ गए। वही मृतका की मां ने शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने और सीबीआई जांच की मांग की है। डीएम ने मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रुपये का चेक देकर मृतका की मां को निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

मृतका की मां और परिवारीजनों का कहना है कि भले ही युवती का किसी से प्रेम प्रसंग था और लगातार बात होती थी। लेकिन यह कैसे तय होगा कि छत पर सरिया से फंदा लगाकर उसने आत्महत्या की। जिस कपड़े से फंदा लगाया गया उसका एक सिरा पिलर के सबसे निचले हिस्से पर सरिया से बंधा था। दूसरा हिस्सा अगर उसकी गर्दन पर था तो यह संभव नहीं क्योंकि उसकी लंबाई बहुत कम है।

वही सवाल यह भी है कि मृतका के मोबाइल से युवक को ऐसा कोई मैसेज भी नहीं किया गया तो वह आत्महत्या कर सकती थी। पुलिस के अनुसार लगभग डेढ़ साल से संदीप का युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह हर कदम पर युवती की मदद भी करता था। फ़िलहाल पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर कल संदीप को जेल भेजा है और बिना रजिस्ट्रेशन के नर्सिंगहोम चलाने में संचालक पर भी रिपोर्ट दर्ज की गई है।

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