धार्मिक ऐतिहासिक एवं पौराणिक दृष्टि से कानपुर में पर्यटन की असीम संभावनाएं : डॉ सुधांशु राय, पर्यटन विशेषज्ञ

कानपुर

डेस्क। सोमवार को पर्यटन उद्योग देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है , पर्यटन उद्योग मे जहां लाखों व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त हो रहा है तो वही अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बढ़ाने, संस्कृतिक विरासत को सहजने एवं संस्कृति के आदान-प्रदान और हैप्पीनेस को बढ़ाने में भी अहम योगदान दे रहा है।

जिला पर्यटन विकास एवं प्रोत्साहन समिति के समन्वयक असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुधांशु राय के अनुसार पर्यटन की दृष्टि से कानपुर एक ऐसा स्थल है जो ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और पौराणिक दृष्टि से घरेलू पर्यटकों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता रखता है, इस दृष्टि से बिठूर में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं जहां ब्रह्मा खूंटी, सीता रसोई, वाल्मीकि आश्रम, ध्रुव टीला, नाना राव पेशवा स्मारक इत्यादि ऐसे स्थल है जो पौराणिक, धार्मिक एवं ऐतिहासिक दृष्टि से पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करते हैं।

ऐतिहासिक दृष्टि से बिठूर रानी लक्ष्मीबाई, नाना साहब, तात्या टोपे की कर्म स्थली रही है l कानपुर नगर व्यवसाय की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण स्थान पर काबिज है और व्यवसाय पर्यटन को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की संभावना रखता है, जहां चर्म उद्योग, होजरी उद्योग, मसाला उद्योग, कपड़ा उद्योग मे पूरे देश में कानपुर का नाम है।

भीतरगांव का मंदिर निबिया खेड़ा एवं बेहटा बुजुर्ग के मंदिर गुप्तकालीन स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना है l
होली का गंगा मेला कानपुर की सांस्कृतिक विरासत को बयां करता है। कानपुर के घाट सरसैया घाट, ब्रह्मावर्त घाट, पत्थर घाट, अटल घाट इत्यादि पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। पर्यटन विशेषज्ञ डॉ सुधांशु राय ने कहा कि कानपुर में पर्यटन की अनंत संभावनाएं हैं हमें स्थलों का प्रचार प्रसार और सामाजिक सहभागिता की अत्यंत जरूरत है , इसी के अंतर्गत कानपुर पर्यटन का ब्रोशर और डॉक्यूमेंट्री भी बनाई जा रही है।

उन्होंने कहा बिठूर महोत्सव, कानपुर महोत्सव जैसे कार्यक्रम किसी भी शहर के पर्यटन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो उस शहर की कला एवं संस्कृति को भी प्रदर्शित करते हैं l वर्तमान में इस दिशा में शहर की सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है आज सिर्फ जरूरत है तो एक विजन के साथ कार्य करने की जिससे निश्चित ही कानपुर नगर को पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित किया जा सकता है।