कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। शहर का ट्रैफिक ध्वस्त करने वाले ई-रिक्शा संचालकों पर शिकंजा कस दिया गया है। इसके लिए यातायात विभाग ने कमर कस ली है। रविवार को प्रभारी पुलिस उपायुक्त यातायात की अध्यक्षता में बैठक की गई। इसमें कई अहम फैसले लिए गए। प्रभारी पुलिस उपायुक्त यातायात बसंतलाल और अपर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक ने बेपरवाह ई-रिक्शा चालकों पर कार्रवाई की बात कही। उन्होंने कहा कि जिन ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन समाप्त हो चुका है वह किसी कीमत पर नहीं चलेंगे।
ऐसे ई-रिक्शे जिनके रजिस्ट्रेशन या तो हैं नहीं या समाप्त हो गए, उन्हें तीन दिन का समय दिया गया है। इस दौरान वह सभी प्रपत्र पूरे करा लें। कहा कि दी गई समय सीमा समाप्त होने के बाद अवैध रूप से चल रहे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि अब ई-रिक्शा वाले सिर्फ चार सवारी से ज्यादा नहीं बैठा सकेंगे। ऐसा करने पर कार्रवाई की जाएगी।
इस बैठक में निर्देश दिए गए कि प्रतिबंधित मार्गों पर ई-रिक्शा का प्रवेश पूर्णत: निषेध रहेगा। साथ ही वैध ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ही ई-रिक्शा चलाने की अनुमति होगी। बड़े चौराहों से 100 मीटर और छोटे चौराहों से 50 मीटर की दूरी पर सवारियां बैठा सकेंगे। बैठक में अपर पुलिस उपायुक्त यातायात राहुल मिठास, ई-रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी दीप गुप्ता, राजू मौजूद रहे।
बैठक में अन्य निर्देश
- प्रतिबंधित मार्गों पर ई-रिक्शा का प्रवेश पूर्णत: निषेध रहेगा।
- वैध ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ही ई-रिक्शा चलाने की अनुमति होगी।
- बड़े चौराहों से 100 मी और छोटे चौराहों से 50 मी की दूरी पर सवारियां बैठा सकेंगे।