कानपुर/बीपी प्रतिनिधि: शहर के सबसे बड़े सरकारी हैलट अस्पताल में अपने तरह का जटिल ऑपरेशन किया गया। यहां डॉक्टरों की एक टीम ने एक युवक के मुंह के अंदर की खाल निकाल कर 14 सेंटीमीटर नया मूत्र मार्ग बनाया। वह युवक कई सालों से मूत्र रोग से पीड़ित था। कई बार ऑपरेशन करा चुका, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। एसजीपीजीआई लखनऊ के डॉक्टरों ने भी हाथ खड़े कर दिए थे। उसके बाद हैलट के डॉक्टरों ने यह कमाल कर दिखाया।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो संजय काला ने बताया कि, सचेंडी के भाऊपुर गांव निवासी 26 वर्षीय चुन्नीलाल को पेशाब करने में परेशानी हो रही थी। निजी अस्पताल में दिखाया, जहां डॉक्टरों ने प्रोस्टेट की संभावना पर माइनर ऑपरेशन किया। कुछ दिन आराम मिला, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। कुछ दिन बाद पेट के निचले हिस्से में दर्द हुआ। उसने फिर से जांच कराई तो करीब छह सेंटीमीटर की पथरी मिली। उसका भी ऑपरेशन कराया।
युवक फिर भी परेशान रहा। उसने एसजीपीजीआई के डॉक्टरों को दिखाया। कुछ जांचें हुई और स्थिति जस की तस बनी रही। आखिर में हैलट अस्पताल की यूरोलॉजी की ओपीडी में डॉ विनय कुमार को दिखाया। जांच में पेशाब की थैली भी खराब मिली। उन्होंने युवक के बक्कल म्यूकोसा (मुंह के अंदर की खाल) को लेकर यूरेथरा (मूत्रमार्ग) बनाने का निर्णय लिया। करीब चार घंटे का ऑपरेशन सफल ऑपरेशन किया गया।
ऑपरेशन के बाद डॉ विनय कुमार ने बताया कि, युवक पान मसाला भी खाया करता था, जिसकी वजह से बक्कल म्यूकोसा को लेना चुनौती भरा था। किसी तरह इसको लेकर 14 सेंटीमीटर मूत्रमार्ग बनाया गया। डॉ संजय काला के मुताबिक युवक को पूरी तरह से सही होने में एक महीने का समय लगेगा। पेशाब की टेस्टिंग लगातार जारी है। मुंह की खाल भी जल्द ही सही हो जाएगी। एहतियात के लिए कहा गया है।
यह भी पढ़े…