कानपुर,बीपी प्रतिनिधि। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के तथाकथित विकेट निर्माणकर्ता के घर का आवंटन यूपीसीए के पदाधिकारियों के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है। ग्रीनपार्क में लगभग डेढ दशक से स्टोर रूम व रिहायशी कमरे में कब्जा कर रह रहे तथाकथित पूर्व विकेट निर्माणकर्ता की उन स्थानों को न छोडने के चलते संघ के कई पदाधिकारी परेशान भी है। अपने को बीमार बता और ऊपर के अधिकारियों से सम्बन्ध की आड में वह संघ के कर्मचारियों पर रौब झाडता रहता है जिससे संघ के दूसरे स्टेडियम से आए पिच क्यूरेटर को वहां पर न रहने की जगह मिल पा रही है और न ही पूर्व निर्धारित स्टोर रूम को प्रयोग करने की।
उसके मकान का आवन्टन तक निरस्त करने के लिए पापड़ बेलने पड़ रहे हैं। संघ के पदाधिकारी विकेट निर्माणकर्ता के स्थानांतरित होने के बावजूद उसका घर खाली कराने में असहाय दिखायी दे रहे हैं। जिसके चलते दूसरे स्थान से आए पिच क्यूरेटर को खासी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ग्रीन पार्क में इस समय इसका काम देख रहे व्यक्ति को सुबह से शाम तक मैदान मैं ही बिताना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि ग्रीनपार्क के खेल विभाग में इलेक्ट्रीशियन के पद पर निवर्तमान समय साल 2003 में तैनाती पाए शिवकुमार ने वहां के पिच क्यूरेटर छोटे लाल के साथ मैदान पर कुछ समय बिताया तभी उस मैदान पर भारत -अफ्रीका का टेस्ट मैच आयोजित हुआ था जिसमें उसने अपनी पढायी लिखायी का फायदा उठाते हुए सभी को पिच के बारे में बताने की प्रक्रिया शुरु कर दी।
इसके बाद उसने छोटे लाल के नाम का भी फायदा उठाया और विकेट के निर्माण सम्ब्न्धी पूरी जानकारी प्राप्त कर ली थी। यही नही खेल विभाग में नौकरी के चलते उसे मीडिया सेन्टर के नीचे एक कमरा भी आवन्टित कर दिया गया जोकि पूर्व में नियमों के विरुद्ध था क्योंकि वहां पर नौकरी करने वालों के लिए जिन कमरों का निर्माण करवाया गया था वह उसमे रहने को तैयार ही नही थे।
वह तब से उसी कमरों में अपने परिवार के साथ रह रहा है अब जब उसकी नौकरी खेल विभाग से चली गयी तो उसने यूपीसीए की ओर से उसी मकान को आवन्टित करवा लिया जिसका वहन आज भी खेल विभाग ही करता आ रहा है। बीते साल के आखिर में ग्रीनपार्क से उसका तबादला तो हो गया लेकिन उसका कब्जा अभी भी बरकरार है। उसने न तो अभी तक अपना कमरा दूसरे क्यूरेटर को रहने के लिए दिया है और न ही स्टोर रूम के प्रयोग की अनुमति।
कमला क्लब से ग्रीनपार्क आए पिच क्यूरेटर को इतनी भीषण गर्मी में खुले में रहने के लिए विवश होना पड रहा है यूपीसीए के आला और कई अधिकारियों को अरदब में लिए विकेट निर्माणकर्ता दूसरे का सहयोग कब करेंगे ये वक्त को पता होगा।
वर्जन- ग्रीनपार्क से शिवकुमार का तबादला किए हुए समय हो चुका है लेकिन उसने अभी तक कमरा नही छोडा है। उसको कमला क्लब से आए पिच क्यूरेटर के लिए कमरा खाली करना होगा अभी तक क्यों नही हो पाया इसके लिए संघ में बात की जाएगी। प्रदीप गुप्ता-सचिव-यूपीसीए।