विकेट निर्माणकर्ताओं का दल तय करेगा इकाना में मैचों का भविष्य?

कानपुर

लखनऊ/कानपुर। विश्व क्रिकेट में अपनी असमतल उछाल और खराब व्यवहार के लिए प्रसिद्ध हो रही इकाना स्टेडियम की पिच और उसकी किच-किच पर बोर्ड गंभीर हो चला है। बोर्ड ने इसकी गंभीरता को समझते हुए विकेट को परखने के लिए निर्माण कर्ताओं के दल की नियुक्ति कर दी है। ये दल एक सप्ता्ह के भीतर अपनी रिपोर्ट बोर्ड के सदस्यों को प्रेषित करेगा। इसके बाद ही लखनऊ के इकाना में आयोजित किए जाने वाले मैचों को आविन्टत करने का भविष्यं तय किया जा सकेगा। देश के एकमात्र सबसे धीमी और असमतल उछाल के साथ ही खराब व्यवहार दिखाने वाली लखनऊ के इकाना स्टेडियम में एक दिवसीय क्रिकेट के विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट के मैच यूपीसीए को आवन्टित किए जाने को शार्ट लिस्ट किया गया है।

इकाना की पिच अभी तक जैसी भी खेली हो उस पर यूपीसीए के वेतन भोगी अधिकारियों तथा पदाधिकारी पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह ने विश्व कप तक इकाना स्टेडियम को क्लीन चिट देते हुए पिच ठीक कराने की जिम्मेदारी लेते हुए, उदय सिन्हा जी के साथ प्रचलित मौद्रिक दुर्भिसंधी का वचन निभाया है लेकिन खराब आउटफील्ड के चलते मैदान पर खिलाडी भी चोटिल हो रहे हैं। इस संबंध में कोई जुगाड नही लग पा रहा है। इकाना स्टेडियम की सेंड बेस आउटफील्ड के कारण ही के एल राहुल चोटिल हुए और विश्व कप टीम से बाहर हो गए ।

चेतेश्वर पुजारा भी अपना हाथ तुड़वा चुके हैं । बीसीसीआई ने इसका संज्ञान लिया है और अपने अधीनस्थ कार्यरत क्यूरेटर्स का एक पैनल बनाकर आगामी सप्ताह तक अपनी रिपोर्ट देने को कहा है इन्ही सब की रिपोर्ट्स के आधार पर ही विश्व कप के मैचों की मेजबानी निर्भर करेगी। यूपीसीए के सीईओ अंकित चटर्जी से इस मामले में बात करने की कोशिश की गयी तो उन्होंने इस पर बोलने से ही मना कर दिया।

वहीं यूपीसीए के एक पदाधिकारी ने बताया कि संघ के पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह की स्टेडियम के मालिक से दोस्ती और उनकी नगर के ग्रीनपार्क स्टेडियम से नफरत विश्व कप के मैच आवन्ट न के लिए अभिशाप न बन जाए इसके लिए संघ के अन्य पदाधिकारियों को आगे आकर यूपीसीए के बारे में सोचना होगा।