कानपुर/भूपेंद्र सिंह। मेट्रो सेवाओं की अत्याधुनिकता से रूबरू होकर उसकी तकनीकी बारीकियाँ समझने के लिए राजकीय पॉलिटेक्निक के इलेक्ट्रिकल विभाग के छात्रों ने शनिवार को डिपो समेत स्टेशन व नियन्त्रण कक्ष का बारीकी से निरीक्षण किया। यहां पर उन्होंने मेट्रो अधिकारियों से कानपुर मेट्रो के परिचालन के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
इसके बाद सभी छात्र गुरुदेव मेट्रो स्टेशन पहुँचे, जहाँ पर उन्होंने स्टेशन पर स्थित इलेक्ट्रिकल रूम का भी दौरा और फिर आईआईटी मेट्रो स्टेशन तक यात्रा की। सुबह लगभग 10 बजे पॉलिटेक्निक के इलेक्ट्रिकल विभाग के 43 छात्रों और 2 निरीक्षकों का दल गुरुदेव चौराहे के निकट स्थित कानपुर मेट्रो डिपो पहुंचे।
शैक्षणिक भ्रमण की शुरुआत डिपो में स्थित ऑपरेशन्स कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) से हुई। ओसीसी से ही मेट्रो कॉरिडोर पर मेट्रो सेवाओं का संचालन एवं निगरानी की जाती है। यहाँ पर मेट्रो के ऑपरेशन्स विभाग के अधिकारियों ने विद्यार्थियों को बताया कि किस तरह से एक सेंट्रलाइज्ड सिस्टम के माध्यम से 9 किमी. लंबे प्राथमिक सेक्शन (आईआईटी-मोतीझील) पर मेट्रो सेवाओं का संचालन किया जा रहा है।
सभी स्टेशन एवं ट्रेनें लगातार ओसीसी के साथ संपर्क में रहते हैं और ओसीसी के दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही संचालन सुनिश्चित करते हैं। ओसीसी के भ्रमण के बाद विद्यार्थी गुरुदेव मेट्रो स्टेशन पहुँचे, जहाँ पर उन्हें ऑक्ज़िलरी सब स्टेशन (एएसएस) की कार्यप्रणाली के बारे में बताया गया। कानपुर मेट्रो स्टेशनों पर बने एएसएस रूम के ज़रिए ही स्टेशन पर लगे इलेक्ट्रिकल उपकरणों और ट्रेनों के संचालन के लिए ऊर्जा का वितरण (पावर डिस्ट्रीब्यूशन) किया जाता है।
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विद्यार्थियों को जानकारी दी गई कि लखनपुर स्थित रिसीविंग सब स्टेशन (आरएसएस) से सभी स्टेशनों और डिपो में पावर सप्लाई पहुँचती है और इसके बाद विभिन्न सिस्टमों को ज़रूरत के हिसाब से पावर डिस्ट्रीब्यूट कर दी जाती है। भ्रमण के अंतिम चरण में विद्यार्थियों ने गुरुदेव मेट्रो स्टेशन से आईआईटी मेट्रो स्टेशन तक कानपुर मेट्रो से यात्रा की। यात्रा के दौरान यूपी मेट्रो के ऑपरेशन्स स्टाफ़ द्वारा उन्हें मेट्रो ट्रेन के अत्याधुनिक फ़ीचर्स के बारे में बताया गया।