-रिया को जन्म से ही आंतो में थी दिक्कत, डॉ. राकेश त्रिपाठी ने किया सफल आपरेशन
कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। आधुनिक सुविधाओं से लैस दक्षिण गल्ला मंडी स्थित पैयरामाउंट हॉस्पिटल की अनुभवी डाक्टरों की टीम ने उन्नाव में जन्मी छह माह की रिया का तीन घंटे तक कठिन आपरेशन करके उसकी जान बचायी।
अस्पातल के चिकित्सकों के अनुसार रिया की आंते जन्म के समय से ही आपस में उलझ गयी थी। इस कारण उसका मल आने वाला रास्ता पूरी तरह से ब्लाक हो गया था, जिस कारण छोटी बच्ची काफी दिनों से दिक्कत में थी।
हॉस्पिटल के डायरेक्टर आरएन शर्मा ने बताया कि 26 अप्रैल को बच्ची के पिता ने आस्पताल में सम्पर्क किया और बच्ची की विधिवत जानकारी दी। तत्काल प्रभाव से बच्ची को एडमिट कर लिया गया। बच्ची को देखने का दायित्व वरिष्ठ सर्जन डॉ. राकेश त्रिपाठी ने लिया।
सारी आवश्यक जांच होने के बाद सीनियर चिकित्सक ने आपरेशन करने का मन बनाया। हालांकि यह सर्जरी चिकित्सक टीम के लिए किसी चुनौती से कम नहीं थी। बावजूद अस्पताल की मेडिकल टीम ने रिया को नया जीवन दान देने के लिए ठान लिया।
सारी औपचारिकाएं होने के बाद एक मई को रिया मेडिकल टीम व वरिष्ठ सर्जन राकेश त्रिपाठी रिया को ओटी में लेकर गये। लगभग तीन घंटे तक चिकित्सक व मेडिकल टीम ने चुनौती को स्वीकार करते हुए रिया की सर्जरी करते हुए उसकी उलझी आतों को ठीक किया और उसका मल आने वाला रास्ता ओपन किया।
आपरेशन के बाद उसके देखभाल की जिम्मेदारी डाक्टर अर्जुन बिरथरे ने बाखूबी निभायी। इस दौरान हास्पिटल का मेडिकल टीम और डाक्टर प्रदीप शर्मा खासतौर से सहयोग करते रहे। परिणाम आज बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ्य है। निदेशक की मानें तो आज कल में उसके रिलीव होने की संभावना है।
यह भी पढ़ें…