कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। सेंट्रल बैंक के लॉकर से लगातार चोरी के मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन बैंक अपनी ख़मीओं को मने से इंकार कर रही है। ऐसा ही एक मामला सोमवार को सामने आया। जब शकुंतला देवी अपना लॉकर खोलने बैंक आईं। लेकिन लॉकर नहीं खुला। तब बैंक अधिकारियों ने उनसे कहा कि वह गलत चाबी लेकर आईं है। इसके बाद जब उनका बेटा मदद के लिए आया तो बैंक अधिकारियों ने उसे बाहर निकालने की कोशिश की।
शकुंतला देवी के माने वह बैंक गईं और अपना लॉकर खोलने की अनुमति मांगी। चूंकि उनकी उम्र बहुत ज्यादा हो चुकी है, इसलिए उनका बेटा भी साथ गया था। उन्होंने चाबी लगाई, मगर लाकर नहीं खुला। यह बात बैंक अधिकारियों को बताई तो वे मानने के लिए लिए तैयार ही नहीं हो रहे थे कि लॉकर का ताला नहीं खुल रहा और कुछ गड़बड़ है। अफसरों ने उल्टे उन्हीं पर दबाव बनाने लगे कि वह चाबी गलत लेकर आ गई हैं।
इसी बीच एक अधिकारी ने लाकर रूम में बेटे की मौजूदगी पर पर सवाल खड़ा किया। जब शकुंतला देवी को लगा कि बैंक अफसर दबाव डाल रहे हैं तो उन्होंने पुलिस को फोन कर दिया। इसके बाद ही बैंक अफसर ने लाकर तोडऩे के लिए कंपनी से संपर्क किया। जब लाकर खुला तो वो खाली था। लाकर रूम में शकुंतला देवी को लाकर नंबर 511 आवंटित है।
पुलिस आयुक्त के आदेश पर पहुंचे अफसर : बैंक लाकर से जेवर चोरी होने के दो नए मामले सामने आने के बाद उच्च पुलिस अधिकारियों ने जांच और तेज कर दी है। सोमवार शाम पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना के आदेश पर डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार, एडीसीपी पूर्वी राहुल मिठास और एसीपी कोतवाली अशोक कुमार सेंट्रल बैंक पहुंचे।
पूरी घटना की जानकारी लेकर लाकर रूम की वीडियो ग्राफी भी कराई है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि उन्होंने रीजनल मैनेजर दयानंद पांडेय से बात की है। वह भी मान रहे हैं कि पूरे घटनाक्रम में बैंक के लोगों के शामिल होने की पूरी आशंका है। पुलिस अपनी जांच कर रही है, बैंक भी इस प्रकरण में विभागीय जांच करा रहा है।
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