Kanpur, Aadarsh : कानपुर में संवेदनहीन पुलिस का चेहरा उस वक्त बेनकाब हो गया जब पुलिस ने एक सब्जी विक्रेता इरफान का तराजू-बांट रेलवे ट्रैक किनारे फेंक दिया। इरफान जब उसे उठाने गया, तभी ट्रेन आ गई और उसके दोनों पैर कट गए। खबर लिखे जाने तक दोषी दरोगा के खिलाफ पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया है। हां, थाना प्रभारी ने कुछ आर्थिक मदद जरूर की है। बाकी भीड़ ने तो उसे ट्रैक से उठाने की जहमत भी नहीं की।
संवेदनहीनता का चरम रूप देखना हो तो कानपुर में देखिए जहां एक गरीब सब्जी वाले का बाट-तराजू एक पुलिस कर्मी ने उठाकर ट्रेन की पटरी पर फेंक दिया। सब्जी विक्रेता इरफान जो फेरी लगाकर सब्जी बेंचता है, के साथ यह घटना हुई। घटना कल्याणपुर थाना क्षेत्र की है। ट्रेन की चपेट में आए इरफान को आनन फानन में हैलट ले जाया गया। जहां से बेहतर इलाज के लिए उसे पीजीआई रेफर कर दिया गया है।
इंस्पेक्टर कल्याणपुर देवेंद्र दुबे ने मानवीयता दिखाते हुए घायल के इलाज के लिए एक लाख रुपये दिए हैं। इस वक्त उसका इलाज पीजीआई के अपेक्स वार्ड में चल रहा है। वहीं, सब्जी विक्रेता को ट्रेन की पटरी से दौड़ने वाले और उसके बांट-तराजू फेंकने के मामले में दोषी दरोगा सदाब खान पर खबर लिखे जाने तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। सादाब खान कल्याणपुर की इंदिरा नगर चौकी में सेकंड अफसर है।