कानपुर हिंसा : सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने पर 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

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कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। कानपुर हिंसा मामले की पर्तें प्रतिदिन एक-एक कर खुलती जा रही हैं। पुलिस की जांच में स्पष्ट होता जा रहा है कि इस हिंसाकांड में सोशल मीडिया का बहुत बड़ा हाथ है। पुलिस अब ऐसे लोगों पर शिकंजा कस रही है, जिन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को भड़काया। ऐसे ही 15 फेसबुक और ट्विटर हैंडलर्स को पुलिस ने चिह्नित किया है। साथ ही उनके खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।

सोमवार को डीसीपी साउथ संजीव त्यागी ने फॉरेंसिक टीम के साथ परेड के चंद्रेश्वर हाते से लेकर नई सड़क तक मौका-मुआयना किया। इस दौरान उनके साथ मौजूद फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए और इस दौरान डॉग स्क्वॉयड भी मौजूद रहा।पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने बताया कि अब तक 15 ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट चिह्नित किए गए हैं। इनके जरिये भड़काऊ कंटेंट परोसकर शहर का माहोल बिगाड़ने का प्रयास किया गया।

इसमें जाबिर हुसैन, अली मेहंदी रिजवी, गौशुल्लाह, सुहैल कादरी, अमित सिंह यादव, एम आजमी, मुल्ला बुरहम, शामस तबरेज काशमी समेत अन्य के फेसबुक और ट्विटर अकाउंट शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इन सभी के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 66 और आईपीसी की धारा 505 (भड़काऊ कंटेंट परोसना) समेत अन्य गंभीर धारा में एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।

पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने बताया कि अब तक हिंसा के मामले में 38 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इन सभी आरोपियों को 15 दिन की रिमांड अर्जी दाखिल की जाएगी। इसके बाद रिमांड पर लेकर इन चारों आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। पूछताछ करके हिंसा में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। इसके पीछे किन संस्थाओं का हाथ है, समेत अन्य जानकारी जुटाई जाएगी।

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उधर, कानपुर हिंसा की जांच के लिए पुलिस कमिश्नर ने रविवार को चार एसआईटी का गठन किया था। इन सभी एसआईटी ने सोमवार को अपनी-अपनी जांच शुरू कर दी। डीसीपी साउथ संजीव त्यागी की अध्यक्षता में गठित एसआईटी बेकनगंज में दर्ज हिंसा के मुकदमों की विवेचना शुरू कर दी है। दूसरी एसआईटी एडीसीपी ईस्ट राहुल मिठास की अध्यक्षता में गठित की गई है।