कुशीनगर/बीपी प्रतिनिधि। बुधवार की रात्रि वैवाहिक कार्यक्रम को लेकर हल्दी की रस्म अदा करने गई महिलाएं व किशोरियों के गहरे कुएं में गिरने का कारण 13 की मौत हो गई थी। इससे किसी का नौकरी तो किसी का पढ़ाई के साथ किसी का घर उजड़ गया तो किसी के बच्चे अनाथ हो गए तो कोई पिता अपने बेटियों के हाथ पीला करने से वंचित रह गया।
वहीं बेटियां आईएएस, पीसीएस अधिकारी बनकर देश सेवा करने का सपना अपने दिलों में दफन किए दुनिया से विदा हो गयी। पोस्टमार्टम के उपरांत पनियहवा नारायणी घाट पर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया। एनएच-787 के पूर्व में बसे उक्त गांव के 1000 ग्रामीणों के बीते बुधवार रात से गुरुवार की दोपहर तक उनके घरों में चूल्हे नहीं जले तथा नौरंगिया बाजार बंद रहा। जानकारी के अनुसार जिस कुएं पर महिलाएं हल्दी रस्म के दौरान बैठकर नाच गाना कर रही थी वह बहुत ही पुराना गांव के ही सरवन शर्मा का है। उक्त घटना के दो साल पहले इस कुआं में एक गाय गिरी थी जिसके बाद उसका रिपेयरिंग कराया गया था।
खुशी का शादी गम में हुआ तब्दील : परमेश्वर कुशवाहा के पुत्र अमित कुशवाहा की बारात 17 फरवरी को जनपद सिसवा महाराजगंज के सिसवा बाजार कस्बे के पास खेसरारी पकड़ीहवा जानी है। इस घटना के घटित होने के बाद शादी की खुशी का माहौल मातम में बदल जाने के कारण अब सादे ढंग से शादी की रस्मो को अदा करने के बाद दूल्हा अमित कुशवाहा के साथ सांवलिया व उसका बड़ा भाई के साथ एक अभिभावक लड़की वाले के घर सिसवा बाजार कस्बा पास खेसरारी पकड़ीहवा लड़की विदा कराकर वापस आएंगे।
नौरंगिया गांव के स्कूल खास टोला निवासी बलवंत यादव की पुत्री पूजा यादव मात्र 20 वर्ष की उम्र में ही बहुत बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती होने के उपरांत प्रशिक्षण प्राप्त कर कुछ दिन पहले घर आई थी। उसकी किसी थाने में 17 फरवरी को पोस्टिंग होनी थी लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। इस कारण पुलिस में भर्ती होने का सपना दिल में सजाए इस दुनिया को अलविदा कर गई।
शादी समारोह में माता के घर आई आरती नहीं लौटी अपने घर : जनपद के कसया थाना अंतर्गत ग्रामसभा गीता सपहा निवास निवासी इंद्रजीत की 13 वर्षीय पुत्री आपने मौसा मदन के घर आए आई थी 8 की जूनियर हाईस्कूल की छात्रा है। उसको क्या पता था कि शादी विवाह कार्यक्रम में शामिल होने के पश्चात अपने घर नहीं लौट पाएगी। मौसा के घर आई और मौसा के घर से ही इस दुनिया से विदा ले ली और उनके पिता को हाथ पीला करने का सपना धरा का धरा रह गया।
इसके साथ ही राम बड़ाई के 17 वर्षीय पुत्री पूजा इंटर व 10 वर्षीय ज्योति हाई स्कूल की छात्रा थी जो एक प्रशासनिक अधिकारी बनकर देश सेवा का जज्बा दिलों में पाले हुई थी लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था जिससे उनका सपना अधूरा रह गया। तथा 20 वर्षीय शशि कला चौरसिया पुत्री मदन चौरसिया 22 वर्षीय मीरा विश्वकर्मा पुत्री सुग्रीव विश्वकर्मा 2 वर्षीय परी चौरसिया पुत्री अजय चौरसिया 20 वर्षीय राधिका कुशवाहा पुत्री महेश कुशवाहा 9 वर्षीय सुंदरी कुशवाहा पुत्री प्रमोद कुशवाहा 20 वर्षीय वृंदा पुत्री भगत यादव 12 वर्षीय मनु विश्वकर्मा पुत्री अवध विश्वकर्मा तथा 35 वर्षीय ममता चौरसिया पत्नी रमेश चौरसिया व शकुंतला पत्नी भोला ने भी इस दुनिया को अलविदा कह कर चली गई।
चीत्कार से दहल उठा नौरंगिया गाव : कुशीनगर जनपद के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया गांव में बुधवार की रात तकरीबन दस बजे मटकोड की रस्म अदायगी के दौरान उस समय महिलाओं मे अफरातफरी मच गयी जब कुंए के स्लैब पर खडी महिला और बच्चियाँ स्लैब टूटने के कारण कुंए मे गिरने लगी। कुएं पर रखा स्लैब टूट कर गिरने से करीब तीस लोग कुएं में गिर गए। हादसे में दो महिला और 11 बच्चियां समेत 13 लोगों की मौत गई।
घटना के समय सभी लोग एक परिवार में हल्दी की रस्म के उत्सव में चल रहा डांस देख रहे थे। रातभर कई थानों की फोर्स रेस्कयू आपरेशन में जुटी रही। देर रात तक कुएं मे गिरे लोगो को बाहर निकाला गया। देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लगायत मुख्यमंत्री ने इस घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया के स्कूल टोला निवासी परमेश्वर कुशवाहा के पुत्र का गुरुवार को शादी है। वैवाहिक रस्म के तहत महिलाएं हल्दी की रस्म अदायगी के दौरान गांव में स्थित कुआं पर मटकोड़ करने गई थीं। उनके साथ युवती व बच्चियां भी भी गए हुए थे। बताया जाता है कि मटकोड के कार्यक्रम के दौरान एक तरफ महिलाए मिट्टी कोड रही थी वही दुसरी तरफ डांन्स हो रहा था जिसे देखने के लिए महिलाए, युवती और बच्चियाँ कुआं पर बने स्लैब पर खड़ा होकर डांस देखने लगे।
इस बीच स्लैब भरभराकर टूट गया और स्लैब पर खडी तखरीबन 30 की संख्या मे महिला, युवती और बच्चियाँ कुए में समा गये। यह देख वहा कोहराम मच गया। सब घटनास्थल पर बचाव के लिए दौड़ पड़े। घटना के बाद गांव में मातम छा गया। शादी वाले घर में चीख-पुकार मच गई। सूचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस लोगों के साथ मिलकर सबको कुएं से निकाला।
घटना की सूचना पुलिस को दी। दल-बल के साथ पहुची पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों के सहयोग से राहत-बचाव कार्य तेज किया। जिन लोगों को कुएं से बाहर निकाला गया, उन सबको जिला अस्पताल ले जाया गया। गांव से जिला अस्पताल तक हाहाकार मचा रहा। कमिश्नर, डीआईजी, डीएम, एसपी ने मौके पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्य की जानकारी ली। साथ ही पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया है। डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद 13 लोगों को मृत घोषित कर दिया। सबके शव जिला अस्पताल की मोर्चरी के पास रखा गया है।
महिलाएं बोलीं- कुछ समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ : मटकोड की रस्म पुरी करने गयी महिलाए दहाड़े मार रही थी। पूछने पर बिलखते हुए बडी मुश्किल से बुदबुदाई क्या हुआ किसी को कुछ समझ ही नहीं आया। पूजा के दौरान अचानक तेज आवाज आई और बच्चियां व महिलाएं गिरने लगी। बच्चियों ने एक-दूसरे को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन अंधेरा होने के कारण किसी को कुछ समझ ही नहीं आ रहा था। हादसे के बाद 15-20 मिनट तक तो सिर्फ चीखें थीं। सभी खौफ मे थे रोने-चिल्लाने के सिवाय किसी को कोई सूझ-बूझ नही थी। जब ग्रामीण आए तो फिर रेस्क्यू शुरू हुआ। अंधेरा न होता तो शायद इतनी मौतें नहीं होती।
प्रिंस और रविशंकर ने दिखाई बहादुरी : घटना के बाद गांव के प्रिंस और रविशंकर ने अपनी जान की परवाह किये बगैर अंधेरे के बीच गहरे कुएं में कूद गए और एक-एक करके महिला, युवती व बच्चियों को बाहर निकालना शुरू किया। इन दोनो युवको ने अपनी जान जोखिम मे डालकर छह लोगों को बाहर निकाला था। इस बीच पुलिस भी आ गई। ग्रामीणों के अनुसार पुलिस की मौजूदगी में 30 महिला, युवती और बच्चियों को कुएं से बाहर निकाला गया। कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन सबका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक कइयों की हालत गंभीर बनी हुई है।
डेढ़ घंटे बाद पहुंची एंबुलेंस : हादसे के बाद एंबुलेंस भी सूचना के करीब एक घंटे बाद पहुंची। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है। ग्रामीणों ने बताया कि एक तो एंबुलेंस नहीं आई। फिर जब अस्पताल गए तो वहां डॉक्टर ही मौजूद नहीं थे। काफी देर बाद डॉक्टर आए। ऐसे में समय से इलाज शुरू न होने के कारण भी कई लोगों की मौत हो गई। वहीं, इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि जिन डॉक्टरों ने लापरवाही की है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मृतकों के परिजनों को चार लाख का मुआवजा : डीएम एस राजलिंगम एसपी सचिन्द्र पटेल ने बताया कि इस लोमहर्षक घटना से सभी स्तब्ध हैं। घटना में लापरवाही कहां कैसे हुई इसकी जांच कराई जा रही है। मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. उन्होंने रेस्क्यू आपरेशन कर कई लोगों को बाहर निकाला।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जताया दुख : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कुशीनगर घटना को दुख व्यक्त करते हुए कहा कि “उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुए हादसे में महिलाओं और बच्चों समेत कई लोगों की मृत्यु का दुःखद समाचार सुनकर व्यथित हूँ। इस दर्दनाक हादसे में अपने परिजनों को खोने वाले सभी शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहन संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।”
प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया दुख : कुशीनगर में हुए इस दर्दनाक घटना को लेकर पीएम मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि “उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुआ हादसा हृदयविदारक है। इसमें जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है।”
मुख्यमंत्री योगी ने व्यक्त किया दुख : सूबे में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर सीएम योगी ने ट्वीट करते हुए कहा कि “जनपद कुशीनगर के ग्राम नौरंगिया स्कूल टोला की एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हुई ग्रामवासियों की मृत्यु अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है।”
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