स्टेट डेस्क/लखनऊ। लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृहमंत्री राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू द्वारा थार जीप से कुचले जाने से मारे गए किसान नछत्तर सिंह के बेटे ने सक्रिय राजनीति में हिस्सा लेने के साथ ही लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है। याद रहे कि पिछले साल तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसान आंदोलन के दौरान जीप से कुचले जाने से चार किसान मौत के शिकार हो गए थे।
धौरहरा के मृत किसान नछत्तर सिंह के सबसे बड़े बेटे जगदीप सिंह ने, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का प्रत्याशी बनने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। उसने 2024 के लोकसभा चुनाव में खुद ही मंत्री अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ मैदान में उतरने का ऐलान किया है। लखीमपुर खीरी हिंसा में मृतक चार किसानों में से धौरहरा निवासी नछतर सिंह और पलिया निवासी लवप्रीत सिंह लखीमपुर खीरी जिले के रहने वाले थे। इनके साथ अन्य दो किसान बहराइच के रहने वाले थे।
जगदीप सिंह ने कहा कि परिवार में किसी की भी राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है। मैं सपा, बसपा और कांग्रेस समेत किसी का समर्थक नहीं हूं। फिलहाल हम चुनाव में किसान नेता तेजिंदर सिंह विर्क के साथ खड़े हैं। 31 वर्षीय जगदीप सिंह ने कहा कि विर्क हमारी लड़ाई भी लड़ रहे हैं। वह जहां से भी लड़ रहे हैं, हम उनके साथ खड़े होंगे। लखीमपुर खीरी हिंसा में घायल होने वालों में विर्क भी थे। इसके साथ ही हाल ही वह लखनऊ में अखिलेश यादव के साथ प्रेस कांफ्रेंस में थे।
जगदीप ने विपक्षी दलों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि अगर विपक्ष नहीं होता तो तिकुनियां की घटना को एक दुर्घटना के रूप में दिखाया जाता। उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष खड़ा नहीं होता और किसान संघ का दबाव नहीं होता तो इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण वोट बैंक के कारण टेनी को भाजपा ने मंत्री पद से नहीं हटाया। टेनी को गृह मंत्री पद से नहीं हटाया जाना एक बहुत बड़ा चुनावी मुद्दा है। सरकार टेनी को हटाकर ब्राह्मण वोट खोने के डर से रही है।
जगदीप ने कहा कि जब तक वह गृह राज्य मंत्री के पद पर बने रहेंगे, हमारे साथ न्याय नहीं हो सकता। लखीमपुर खीरी के गांव नामदार पुरवा के जगदीप सिंह ने बताया कि उन्हें लखीमपुर खीरी जिले के धौरहरा विधानसभा क्षेत्र से टिकट की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। समाजवादी पार्टी Jऔर कांग्रेस ने काफी जोर देकर कहा कि मुझे धौरहरा सीट से चुनाव लडऩा चाहिए लेकिन मैंने उनसे कहा कि मैं एक छोटी सी लड़ाई नहीं लड़ूंगा। मुझे 2024 में लोकसभा चुनाव के लिए टिकट दो। मैं सीधे अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ लड़ूंगा। अगर मुझे लडऩा है, तो मैं इसे ठीक से लड़ेंगे।
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