UP : BJP अध्यक्ष के ट्वीट पर कांग्रेस ने पूछा- किस जगह लिखा है जवाहरलाल नेहरू राम मंदिर नहीं बनवाने देना चाहते थे?

लखनऊ

DESK : कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर से चल रही है और सोमवार, 17 अक्टूबर को इसका 40वां दिन है. AICC की इस यात्रा को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने एक ट्वीट किया है. उन्होंने इस पोस्ट में कांग्रेस पर वार करते हुए लिखा गया है कि पार्टी का चरित्र भारत जोड़ो नहीं, बल्कि भारत तोड़ो का है. BJP प्रदेश अध्यक्ष ने आगे लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू नहीं चाहते थे कि अयोध्या में श्रीराम का मंदिर बने. जब विवादित ढांचे पर रामलला की प्रतिमा मिली, तो तत्कालीन पीएम नेहरू काफी निराश हुए.

अब इस ट्वीट को लेकर कांग्रेस भी हमलावर हो गई है. पार्टी के विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्र ने भूपेंद्र चौधरी के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी न जाने कौन सी यूनिवर्सिटी का लिटरेचर लेकर पढ़ाने के लिए आती है. व्हॉट्सएप यूनिवर्सिटी के अलावा, उनके पास और कोई बैकग्राउंड नहीं है. आराधाना मिश्र ने यह सवाल भी किया है कि किस जगह ऐसा लिखा है कि जवाहरलाल नेहरू राम मंदिर नहीं बनवाने देना चाहते थे?

आराधना मिश्रा ने आगे कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने हमेशा देश की आस्था और धर्म से जुड़े मामलों का सम्मान किया. राम मंदिर का ताला राजीव गांधी ने ही खुलवाया था, यह भी ध्यान रहे. भाजपा जिस तरह के आरोप लगाती है, उसका कोई आधार नहीं है. 100 बार अगर झूठ बोला जाए, तो वह सच में तब्दील नहीं हो जाता. आराधना मिश्र ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा है कि भाजपा आज डर गई है, क्योंकि भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी को अपार समर्थन मिल रहा है.

हर वर्ग, हर जाति, हर समुदाय राहुल को सपोर्ट कर रहा है, इसलिए भाजपा की नींद उड़ गई है. विकास, बेरोजगारी को लेकर उनके पास कोई जवाब नहीं है. भुखमरी में भारत आज बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल के भी नीचे चला गया है. भाजपा का पुराना फॉर्मूला है मुख्य मुद्दों से भटकाने का.

आराधना मिश्र ने भाजपा पर गंभीर आरोप भी लगाया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी को माफी मांगनी चाहिए. इतिहास गवाह है कि जब इस देश को अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष की जरूरत पड़ी थी, तो कांग्रेस के सिपाही लड़ने गए थे. जबकि बीजेपी या उससे जुड़े संगठन के लोग अंग्रेजों की मुखबिरी कर रहे थे.

आराधना का कहना है कि इनके जो नेता जेल भी गए, तो लिखकर माफीनामा दे दिया. आराधना का सवाल है कि एक नाम बता दीजिए जो भाजपा या आरएसएस से जुड़ा हो, जिसने शहादत या कुर्बानी दी हो. कांग्रेस अपने एक लाख सिपाहियों के नाम गिना सकती है.