UP : धार्मिक जुलूस पर सख्ती बढ़ी, देनी होगी शांति बनाए रखने की गारंटी, कोरोना संकट के कारण भी पाबंदियां

लखनऊ

लखनऊ/स्टेट डेस्क : कई राज्यों में रामनवमी व शोभायात्राओं के कारण बढ़े सामाजिक तनाव को देखते हुए प्रदेश की योगी सरकार ने इस संबंध में सख्त निर्देश जारी किए हैं। गुरुवार को अफसरों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में कोई भी शोभायात्रा और धार्मिक जुलूस बिना अनुमति के न निकाली जाए।

अनुमति देने से पूर्व आयोजकों से शांति व्यवस्था कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए और इस दौरान किसी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए। माहौल खराब हुआ तो हर स्तर पर जवाबदेही तय की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी धार्मिक विचारधारा के हर किसी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। पूर्व से अनुमति से जहां माइक लगे हैं वहां माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज़ उस परिसर से बाहर न आए। अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। नए स्थलों पर नए माइक लगाने की अनुमति नहीं मिलेगी।

लखनऊ में कोरोनो के 16 रोगी मिले,

प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए योगी ने कहा कि विगत कुछ दिनों से कोविड के नए केस में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर हमें सतर्क रहना होगा। इसके साथ ही स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल के बारे में बच्चों को जागरूक किया जाए।

प्रदेश में वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 980 है। विगत 24 घंटों में 01 लाख 14 हजार कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 205 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 81 लोग उपचार के बाद कोरोना मुक्त भी हुए। गौतमबुद्ध नगर में 103, गाजियाबाद में 52 और लखनऊ में 16 नए पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। इन जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए।

एनसीआर के जनपदों तथा लखनऊ में सभी के लिए सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी बनाया जाए। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन के लिए जागरूक किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जाए। बूस्टर डोज की महत्ता और बूस्टर टीकाकरण केंद्रों के बारे में आमजन को जागरूक किया जाए।