उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री योगी ने लुलु मॉल विवाद पर कहा- सड़कों पर प्रदर्शन करना, यातायात को बाधित करना गलत है

लखनऊ

बीपी डेस्क। लखनऊ स्थित लुलु मॉल को लेकर विवाद जारी है। वहीं मॉल प्रबंधन सफाई दे रहा है, लेकिन विवाद थमता नहीं नजर रहा है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली बार लुलु मॉल विवाद पर बयान जारी करते हुए लखनऊ पुलिस को सख्त हिदायत दी है। सोमवार शाम हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लुलु मॉल विवाद पर कहा, ‘लखनऊ में एक मॉल खुला है, वह मॉल अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठान को लेकर काम कर रहा है, उसको लेकर राजनीति का अड्डा बनाना, सड़कों पर प्रदर्शन करना, यातायात को बाधित करना गलत है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘बार-बार लखनऊ प्रशासन से कहा गया कि जो अराजकता की स्थिति पैदा करने, सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने का कुत्सित प्रयास हो रहा है, उसे गंभीरता से लेना चाहिए और किसी भी प्रकार की शरारत को स्वीकार नहीं करना चाहिए, जो अनावश्यक मामलों को बढ़ावा देकर माहौल को खराब करने का प्रयास करते हैं उनसे सख्ती से निपटना चाहिए।

लखनऊ प्रशासन और पुलिस को सख्त हिदायत देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘सड़कों पर यातायात को बाधित कर किसी भी तरह की पूजा या कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, ऐसे लोगों से सख्ती से निपटना चाहिए।’ लुलु मॉल विवाद पर सीएम योगी ने लखनऊ पुलिस को कार्रवाई करने की हिदायत दी है।

इससे पहले लुलु मॉल में नमाज अदा करने वाले चार युवकों की पहचान कर ली गई है। नमाज अदा करने वालों में चारों युवकों को लखनऊ पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। खास बात है कि पकड़े गए चारों युवक मुस्लिम है और इन्होंने गुट बनाकर लुलु मॉल के अंदर नमाज पढ़ा था। अभी पांच युवकों की तलाश जारी है।

गौरतलब है कि लुलु मॉल का उद्घाटन 10 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही किया था। उद्घाटन के 4 दिन बाद ही मॉल में नमाज़ पढ़ने का वीडियो सामने आया और कोहराम सा मच गया। हिंदू संगठनों ने कहा मॉल में नमाज़ हुई है, हनुमान चालीसा भी होगा। अब नमाज़ के वीडियो को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।