UP, BeforePrint : माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और उसके गैंग की कमर तोड़ने के लिए मऊ पुलिस ने इसके लिए ‘ऑपरेशन प्रहार’ शुरू किया है, जिसके लिए एक एंटी माफिया सेल का गठन किया है. ये एंटी माफिया सेल मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगियों की सभी संपत्तियों की रजिस्ट्री से लेकर इनकम तक के तमाम लेन-देन की जांच कर रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं.
मऊ पुलिस की इस कार्रवाई से साफ है कि प्रशासन फिलहाल मुख्तार अंसारी को किसी कीमत पर बख्शने को तैयार नहीं हैं. पुलिस के निशाने पर मुख्तार के करीबियों के साथ-साथ उसके तमाम वो सहयोगी हैं जो उसके साथ जुड़े रहे हैं या उसके कामों में उन्होंने साथ दिया है. पुलिस का एंटी माफिया सेल मुख्तार अंसारी के सहयोगियों के खिलाफ उनके गैंग को पंजीकृत करके नजर रख रही है. इसमें गैंग के लीडर और इनके सदस्यों की निगरानी की जा रही है. पुलिस उन सभी 154 सहयोगियों पर पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है.
बता दें कि माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी अफरोज के भाई पर पुलिस ने कार्रवाई की थी. पुलिस ने उसकी संपत्ति को कुर्क करने के लिए नोटिस चस्पा कर दिया था. नोटिस चस्पा करने की कार्रवाई बाराबंकी की देवा और सोनभद्र की चोपन पुलिस ने की. चोपन थाना क्षेत्र के पटवध में बनारस-शक्तिनगर हाईवे पर गैंगस्टर के आरोपी अफरोज खान के भाई उमेर खान की जमीन थी.