DESK : पिछले सात दिनों से देशभर में नवरात्रि पर्व धूमधाम से जारी है। मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की वजह से घर से लेकर बाहर तक भक्तिभाव का माहौल चरम पर है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिला कारागार के 200 से अधिक मुस्लिम कैदी एकजुटता दिखाते हुए अन्य हिंदू कैदियों के साथ नवरात्र का व्रत कर रहे हैं।
मुजफ्फरनगर जिला कारागार के जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि 218 मुस्लिम कैदी 1,104 हिंदू कैदियों के साथ सांप्रदायिक सौहार्द के लिए नवरात्र उपवास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला जेल में कैदियों को फल, दूध और ‘कुट्टू’ का आटा उपलब्ध कराने के लिए जेल प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है।
जेल प्रशासन ने नवरात्रि के व्रत रखने वालों के लिए कैंटीन में खास इंतजाम किए हैं। मुजफ्फरनगर के जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने कहा, ‘कैंटीन में व्रत रखने वाले कैदियों के लिए कई तरह के फल, दूध, कुट्टू के आटे से बनी पूरियां, चाय और अन्य सामान उपलब्ध कराया गया है।
उपवास रखने वाले कैदियों में से एक ने कहा कि यह “संस्कृति और धर्मों की एकता” में उनका गहरा विश्वास है जिसने उन्हें उपवास करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “लोगों को सीखना चाहिए कि जेल में सांप्रदायिक सद्भाव कैसे मनाया जाता है? हम सभी को एक ही सांस्कृतिक परिवेश में एक साथ रहना और सह-अस्तित्व में रहना है।”
एक अन्य मुस्लिम कैदी ने कहा, “हम सांप्रदायिक सद्भाव की एक मिसाल कायम करते हुए गर्व महसूस करते हैं। अगर हिंदू भाई रमजान के दौरान उपवास कर सकते हैं, तो हम भी नवरात्रि के दौरान उपवास कर सकते हैं। प्यार का जवाब केवल प्यार है, नफरत नहीं।” जेल अधीक्षक ने कहा, “नवरात्रि या रमजान जैसे धार्मिक आयोजनों के दौरान हम अतिरिक्त सतर्क रहते हैं।” उन्होंने कहा, “हम ऐसे चीजों को बढ़ावा देते हैं जो कैदियों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव विकसित करने में मदद करें।”