कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। जम्मू स्थित वैष्णो देवी धाम में शनिवार को भगदड़ हो जाने से 12 लोगों की जान चली गयी। इनमें से 11 लोगों की शिनाख्त हुई जिसमें सात लोग उत्तर प्रदेश के हैं। उसमें भी सर्वाधिक तीन लोग कानपुर के थे। इसमें से बिधनू थाना क्षेत्र के काकोरी गांव में रहने वाले 35 वर्षीय नरेंद्र कश्यप की भी जान चली गई। उसकी मौत की खबर घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिजन घर में ताला लगाकर जम्मू के लिए रवाना हो गए।
जानकारी के मुताबिक काकोरी गांव निवासी किसान बाबू कश्यप का छोटा बेटा नरेंद्र आसपास शहरी इलाके में मजदूरी करता था। आठ वर्ष पहले नरेंद्र का विवाह पनकी कानपुर की रहने वाली जानकी से हुआ था। उसे सात साल का बेटा निखिल और 5 साल की बेटी जान्हवी है। वह घर परिवार के साथ रहकर बच्चों का पालन पोषण करता था। पड़ोसी मनोज यादव के मुताबिक नरेंद्र तीन दिन पहले पनकी निवासी साले सुरेंद्र के संग वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए जम्मू गया था।
शनिवार की सुबह करीब छह बजे वैष्णो देवी दरबार में भगदड़ मचने और नरेंद्र की मौत की सूचना मिली तो कोहराम मच गया। जानकारी होने पर घर के बाहर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई और गांव में मातम छा गया। इसके बाद घर के सभी सदस्य जम्मू के लिए रवाना हो गए। ग्रामीणों ने बताया कि नरेन्द्र मिलनसार स्वभाव का था और बच्चों की परवरिश को लेकर चिंतित रहता था।
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