स्टेट डेस्क/ बीपी टीम : कोरोना का नया रूप ओमिक्रोन का सब वैरिएंट स्टेल्थ ओमिक्रोन (बीए-टू) देश में काफी तेजी से पांव पसार रहा है। जनवरी से भारत में तेजी से मामले बढ़े हैं। आरटीपीसीआर के रिपोर्ट न देने की वजह से विशेषज्ञ इसे संक्रमण के लिहाज खतरनाक मान रहे हैं।
जब तक संक्रमण का पता नहीं चलेगा तो तेजी से बढ़ेगा, जिससे मामले बढऩे की आशंका है। वेरिएंट के प्रभाव व लक्षणों पर इंडियन एसोसिएशन आफ मेडिकल माइक्रोबायोलाजी के विशेषज्ञ अध्ययन कर रहे हैं। जिसमें जीएसवीएम मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग के प्रोफेसर भी शामिल हैं। हालांकि अब तक मिले केस के आधार पर यह माना जा रहा है कि प्रसार तो तेजी से हो रहा है लेकिन महज तीन प्रतिशत मरीज ही अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के तीन सब वैरिएंट बीए-वन, टू और थ्री चिह्नित किए थे। देश-दुनिया में ओमिक्रोन के बीए-वन सब वैरिएंट रिपोर्ट हुए थे। विदेश यात्रा सेे लौटने वालों की दिसंबर में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई तो जीनोम सीक्वेंसिंग कराई गई। बता दे दिसंबर में जीनोम सिक्वेंसिंग से डेल्टा वैरिएंट के 17,272 संक्रमित मिले, जबकि ओमिक्रोन के बीए-वन सब वैरिएंट के 1,292 संक्रमित मिले। दिसंबर से अब तक बीए-टू भारत सहित अब तक 40 देशों में दस्तक फैल चुका है, जो कोरोना के बीए-टू वैरिएंट में बदलने लगा है।
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