लखनऊ, स्टेट डेस्क। उदयपुर में वीभत्स हत्याकांड के बाद उत्तर प्रदेश में पुलिस-प्रशासन हाई अलर्ट पर है। धर्म गुरुओं ने विभत्स हत्या की निंदा करते हुए शांति की अपील की है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में यूपी में दंगे के आरोपियों की संपत्ति को बुलडोजर से ध्वस्त कराने के मामले में सुनवाई टल गई है।
कानपुर में पुलिस कमिश्नर ने खुद फोर्स के साथ पैदल रूट मार्च किया। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने का निर्देश दिया। कानपुर के पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने बताया कि राजस्थान उदयपुर में नुपुर शर्मा के बयान का समर्थन करने पर ही जघन्य हत्याकांड हुआ है। कानपुर में भी नुपुर शर्मा के बयान के खिलाफ ही हिंसा भड़की थी। इसके चलते कानपुर में एक बार फिर से हाई अलर्ट कर दिया गया है।
इसके साथ ही हिंसा प्रभावित मुस्लिम क्षेत्र और चंद्रेश्वर हाते के पास फोर्स लगा दी गई है। इसके साथ ही पुलिस कमिश्नर, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश समेत अन्य अफसरों ने पीएसी और आरएएफ के साथ हिंसा प्रभावित क्षेत्र में रूट मार्च किया। इसके साथ ही लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया।
सुरक्षा की दृष्टि से यतीमखाना चौराहा और सद्भावना चौराहा के साथ ही चंद्रेश्वर हाता और रूपम चौराहे समेत अन्य प्रमुख जगहों पर पीएसी तैनात कर दी गई है। इसके साथ ही लगातार हिंसा प्रभावित क्षेत्र में पुलिस फोर्स देर रात तक गश्त करती रही। पुलिस कमिश्नर ने सभी थानेदारों को अलर्ट मोड पर रहने का आदेश दिया है। किसी भी छोटी से छोटी शिकायत को गंभीरत से निपटाने का आदेश दिया है। इससे कि कोई भी विवाद आगे बढ़ने की बजाए मौके पर ही खत्म कर दिया जाए।