कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। महाराज प्रयाग नारायण शिवाला मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव धूमधाम से मनाया गया। लड्डू गोपाल का तिरुमंजन अभिषेक किया गया। नगाड़े की धाप, घंटा-घड़ियाल और शंखनाद की घोष में भगवान की महाआरती हुई। उत्तर भारत का 162 साल प्राचीन दक्षिण भारतीय शैली पर आधारित मंदिर स्थापित महाराज प्रयाग नारायण मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव पर परंपरागत विधि विधान से विशेष पूजन प्रार्थना की गई। मंदिर गर्भ ग्रह में स्थापित भगवान लक्ष्मी नारायण सहित सभी विग्रहों का मंत्रोंचारण के साथ दूध, दही, सुगंधित हल्दी, चंदन, गंगाजल, गुलाब जल आदि से तिरुमंजन विशेष स्नान कराया गया। यह तिरुमंजन अभिषेक व्यास पंडित करुणा शंकर, प्रधान पुजारी आचार्य सूरज दीन, अर्पित , अश्वनी, अनुराग ने कराया।
मंदिर प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष मुकुल विजय नारायण तिवारी, प्रबंधक अभिनव नारायण तिवारी ने अभिषेक किया। महाप्रसाद में पंचामृत, पंजीरी, मखाना, बीजा चिरौंजी, राम दाना, नारियल फल वितरित किया गया। मंदिर के संरक्षक पंडित बद्री नारायण तिवारी ने भी पूजा-अर्चना की। मनु राज सिंह, अरुण प्रकाश अग्निहोत्री, मनोज तिवारी, राजेश मिश्रा, राजीव चतुर्वेदी, शैलेश दीक्षित, डॉ राम तिवारी रहे।
ओम पुरवा स्थित श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिरों और घरों में भगवान श्रीकृष्ण के विग्रह सजाए गए। उनका श्रृंगार किया गया। मंदिरों को फूल मालाओं, गुब्बारों और बिजली की झालरों से सजाया गया। बच्चों को कृष्ण का भेष धारण कराकर मंदिरों में सुंदर झांकियां प्रदर्शित की गई। घरों में भी सुबह से साफ सफाई का दौर चला। झांकियां सजाई गईं। पकवान बनाए गए बच्चों से लेकर बड़ों तक ने व्रत रखा।
घर और मंदिरों में पूजा की छोटे बच्चों को घरों में भी कान्हा बना कर पूजा गया| कानपुर शहर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही। जगह-जगह झांकियां सजीं, भजन कीर्तन व भक्ति गीतों की बयार बही। कार्यक्रम के मौके पर श्री कृष्णा डीश जेथ बैंड, टिंकू , अजय भाई, सोनू, कृष्णा, उज्जवल, कार्तिक,टीनू प्रियदर्शी, श्रवण कुमार प्रजापति, आदि लोग उपस्थित थे।