लखनऊ/आकांक्षा यादव: यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में भगदड़ मची है। एक-एक कर मंत्री और विधायक इस्तीफा दे रहे हैं। आज चार लोगों ने बीजेपी से इस्तीफा दिया। इसमें योगी सरकार में मंत्री रहे धर्म सिंह सैनी, विधायक मुकेश वर्मा, विनय शाक्य और बाला प्रसाद अवस्थी शामिल हैं। वे सपा कार्यालय पहुंचकर अखिलेश से मुलाकात कर रहे हैं।
इस्तीफ़ा देने वाले भाजपा विधायक एवं मंत्री
पडरौना, कुशीनगर से स्वामी प्रसाद मौर्य, नकुड़, सहारनपुर से धर्म सिंह सैनी, बिल्हौर से भगवती सागर, तिलहर से रोशनलाल वर्मा, बिधूना औरैया से विनय शाक्य, मीरापुर से अवतार सिंह भड़ाना, मधुबन, मऊ से दारा सिंह चौहान, तिंदवारी, बांदा से बृजेश प्रजापति, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद से मुकेश वर्मा, खलीलाबाद से दिग्विजय नारायण जय चौबे, धौरहरा, लखीमपुर से बाला प्रसाद अवस्थी, सीतापुर से राकेश राठौर, नानपारा, बहराइच से माधुरी वर्मा एवं बिल्सी, बदायूं से आरके शर्मा। बीते दिनों में भाजपा से इस्तीफे देने वाले विधायकों की संख्या 14 तक पहुंच गई है।
स्वामी प्रसाद ने इस्तीफे में लिखा था कि मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों और विचारधारा में रहकर उत्तददायित्व का निर्वहन किया, लेकिन दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों और व्यापारियों की उपेक्षा के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं। योगी को भेजे इस्तीफे में दारा सिंह ने लिखा कि मैंने अपनी जिम्मेदारी पूरे मन से निभाई, पर सरकार किसानों, पिछड़ों, वंचितों, बेरोजगारों की उपेक्षा कर रही है। इसके अलावा पिछड़ों और दलितों के आरक्षण को लेकर जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे मैं आहत हूं। इसी वजह से मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।
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