स्टेट डेस्क/दिवाकर श्रीवास्तव। चुनाव की तारीखों के एलान के साथ अब आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी हो चुका है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे अब सियासी उथल-पुथल शुरू हो चुकी है। राज्य में विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने और आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद सपा ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर अधिकारियों को उनके वर्तमान पदों से हटाने की मांग की है।
इसके साथ ही अखिलेश ने अपना नया दांव खेल दिया है। अखिलेश यादव ने अधिकारीयों पर पक्षपात का आरोप लगाया है और कहा है कि अगर चुनाव का सुचारु रूप से संचालन करना है तो उत्तर प्रदेश सरकार में तैनात अधिकारियों को चुनाव आयोग को हटाना चाहिए।
सपा के राष्ट्रीय सचिव और मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी की ओर से जारी पत्रक के मुताबिक पार्टी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी के कथित कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने वाले अधिकारियों को उनके वर्तमान पद से तत्काल हटाया जाए।
कहा गया है कि शासन में अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल, प्रशांत कुमार अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) तथा अपर पुलिस महानिदेशक (एसटीएफ) अमिताभ यश भाजपा सरकार के कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं और इन सभी को तत्काल प्रभाव से हटाए बगैर प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भीक, प्रभाव मुक्त चुनाव संभव नहीं है।
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चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी मांग करती है कि उपरोक्त सभी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से उनके वर्तमान पदों से हटाया जाए, ताकि प्रदेश में निष्पक्ष, स्वतंत्र और भयमुक्त चुनाव संपन्न हो सकें।