असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान से नाराज थे हमलावर, एडीजी ने किया खुलासा

उत्तर प्रदेश

स्टेट डेस्क/बीपी टीम : आईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर कल शाम को हमला किया गया था। ओवैसी का दावा है कि हमलावरों ने चार गोलियां चलाई थीं। इस हमले में ओवैसी बालबाल बच गए। इस मामले में उत्‍तर प्रदेश पुलिस ने तत्‍परता दिखाते हुए असदुद्दीन ओवैसी की कार पर गोली चलाने वाले दो आरोपियों को पकड़ा है। दोनों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।

पुलिस का कहना है कि गोली चलाने के आरोपी सचिन और शुभम ने बताया कि आईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वर्ष 2013-14 में राम मंदिर को लेकर बयान दिया था, जिससे वे आहत थे। इसी कारण उन्‍होंने ओवैसी के काफिले पर हमला किया। उत्‍तर प्रदेश पुलिस के अङ्ग लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने शुक्रवार को बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह असदुद्दीन ओवैसी द्वारा वर्ष 2013-14 में राम मंदिर को लेकर दिए गए बयान से आहत थे।

यूपी पुलिस के वरिष्‍ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सचिन और शुभम धर्म विशेष के खिलाफ असदुद्दीन ओवैसी द्वारा दिए गए बयानों से काफी आहत थे। इसी को लेकर उन्‍होंने इस घटना को अंजाम दिया। बता दें कि गिरफ्तार आरोपियों में सचिन गौतमबुद्ध नगर और शुभम सहारनपुर का रहने वाला है। सचिन के पास से 9 एमएम का अवैध तमंचा भी बरामद किया गया है।

उत्‍तर प्रदेश पुलिस ने इस घटना की पूरी रिपोर्ट चुनाव आयोग और लोकसभा को भेज दी है। छिजारसी टोल प्‍लाजा पर हमला, असदुद्दीन ओवैसी की कार पर हापुड़ के पिलखुवा में छिजारसी टोल प्‍लाजा पर हमला किया गया था। इस हमले में बाल-बाल बचे ओवैसी ने कहा कि हम मोदी सरकार और राज्य सरकार दोनों से मामले की स्वतंत्र जांच कराने की मांग करते हैं।

उन्‍होंने आगे कहा कि यह कैसे हो सकता है कि एक सांसद पर 4 राउंड फायरिंग की जाती है। असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि कुछ देर पहले वहां के एडिशनल एसपी से बात हुई है, उन्होंने कहा है कि एक व्यक्ति पकड़ा गया है, हथियार भी बरामद हुआ है। हमारी चुनाव आयोग से गुजारिश है कि इस मामले की स्वतंत्र जांच कराई जाए।

ओवैसी ने खुद दी थी हमले की जानकारी, असदुद्दीन ओवैसी ने न्‍यूज़ एजेंसी एएनआई बताया था कि वह मेरठ के किठौर में एक चुनावी कार्यक्रम के बाद दिल्ली जा रहे थे। छिजारसी टोल प्लाजा के पास कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी पर 3-4 राउंड गोलियां चलाईं। वे कुल 3-4 लोग थे. सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी के टायर पंक्चर हो गए। इसके बाद मैं दूसरी गाड़ी में वहां से निकला।

यह भी पढ़े…